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पुलवामा हमले पर सच्चे नागरिक का फर्ज निभाया क्या ?
देश में हुए पुलवामा हमले की तारीख शायद आप अभी भूले नहीं होगें। ये इतनी छोटी घटना नहीं थी की आप भूल गए। हमें भरोसा है की आपको याद होगा यदि नहीं तो देश के एक सच्चे नागरिक का फर्ज निभाते हुए याद कर लिजिए याद रखना सबके लिए जरूरी है, क्योंकि कोई बुज़दिल हमारे जवानों को पीछे से वार करके भाग जाए, ये एक सेना के जवान और सच्चे नागरिक को बर्दाश्त नहीं। यहां मैं सच्चे नागरिक शब्द का प्रयोग इसलिए कर रहा हूं, ताकि आप अपने दिमाग में बिना किसी पार्टी की विचार धारा की परिभाषा रखे, देशहित में उठ रहे उन सवालों को सोचने की कोशिश करेंगे, जिनके जवाब अब तक मिल जाने चाहिए, लेकिन 2019 के चुनावी भंवर में सब भेंट चढ गए। मैं बात 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमले की कर रहा हूं। जिस हमलें में आतंकियों ने हमारे देश के 40 जवानों की मांओं की गोद सूनी कर दी थी। जिससे पूरा देश गंमगीन हो गया था,लेकिन इसके पीछे कौन लोग थे ? क्या इस घटना के बाद जाँच हुई , हुई तो क्या आपने कभी ये सवाल उठाया कि आखिर इसकी जांच कहां पहुंची ? कौन लोग शामिल थे ? कैसे इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक देश के अन्दर दाखिल हुआ ? किसकी चूक थी? इसके तार कहां तक जुड़े थे ? ये अतंकवादी यदि पाकिस्तान से आए थे, तो अपनी तरफ से कहां चूक हुई?इन सवालों के जवाब ना आपने जानने की कोशिश की और ना ही जो लोग पूछ रहे थे उन्हें जानने दिया, उल्टा उन पर देशद्रोही होने का ठप्पा लगा दिया कि सेना के पराक्रम पर सवाल उठा रहें हैं ये लोग, लेकिन सही मायने में दोषी आप हैं यदि कल को आपने जवाब जानने की कोशिश की होती तो आज वो अपराधी सलाखों के पीछे होते लेकिन आप सोच रहे होंगे कि मैं इन सवालों को अभी क्यों पूछ रहा हूं, क्योंकि जब ये घटना घटी तो उस समय जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में सीआरपीएफ और केंद्रीय गृह मंत्रालय को खासतौर से जिम्मेदार ठहराया।उल्लेखनीय है कि उस वक्त राजनाथ सिंह देश के गृह मंत्री थे । उनका दावा है कि सीआरपीएफ ने सरकार से अपने जवानों को ले जाने के लिए विमान उपलब्ध करवाने की मांग की थी, लेकिन गृह मंत्रालय ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था । और घटना के बाद शाम को मलिक ने पीएम मोदी से बात की और कहा कि जो भी हुआ इसमें हमारी लापरवाही है। अगर हम एयरक्राफ्ट दे देते तो ऐसा नहीं होता । मलिक का दावा है कि इस पर पीएम मोदी ने कहा, “तुम चुप रहो, ये कुछ और चीज है” मलिक इस दौरान सिर्फ पीएम ही नहीं बल्कि मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने भी उन्हें चुप रहने को कहा था । डोभाल, मलिक के क्लासमेट भी रहे हैं। तब मलिक कहते हैं कि उन्हें लग गया था कि इसकी सारी जिम्मेदारी अब ये लोग पाकिस्तान पर डालने वाले हैं। वहीं इस इंटरव्यू के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर हो गए हैं। लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है । जिस पर अब कुछ नागरिक जागें हैं। जिनके सवाल जवाब सिर्फ सोशल मीडिया पर सिमट गए हैं। सीधे सरकार से सवाल पूछने की जिम्मेदारी किसकी हैं ?
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