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मुरैना। ग्वालियर से दिल्ली जा रही स्लीपर कोच बस शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब दो बजे राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर मुरैना जिले के सरायछौला थाना क्षेत्र में बाबा देवपुरी मंदिर के पास सड़क किनारे खड़े ट्राले से जा टकराई। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 यात्री घायल हुए। इनमें से दो की हालत गंभीर है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। वहीं, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद मुरैना-धौलपुर हाइवे पर दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया था।
पुलिस के अनुसार, स्लीपर कोच बस ग्वालियर से शुक्रवार देर रात 12.00 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। यह बस रात 2: 00 बजे के करीब मध्य प्रदेश और राजस्थान सीमा स्थित देवपुरी बाबा मंदिर के समीप पहुंची थी। देवपुरी मंदिर से लगभग 100 मीटर पहले राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर जनरेटर से भरा एक ट्राला खड़ा था। ट्राले की न तो पार्किंग डिपर जल रहे थे और न ही इंटीकेटर। रात के घने अंधेरे में बस चालक को सड़क पर खड़ा ट्राला दिखाई नहीं दिया और तेज रफ्तार बस इस हेवी लोडेड ट्राले में पीछे से जा घुसी। हादसा इतना भीषण था कि बस के अंदर बैठे यात्री टूटी खिड़कियों से बाहर छिटक गए।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान पहुंचे। सभी घायलों को दुर्घटनाग्रस्त बस से निकालकर मुरैना जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। कलेक्टर अंकित अस्थाना ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर व्यवस्थाओं को देखा।
एसपी चौहान ने बताया कि हादसे के बाद बस चालक अमरेश त्रिपाठी (50) निवासी चौहान प्याऊ ग्वालियर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उसकी बॉडी निकालने के लिए बस के बाहरी हिस्से को काटना पड़ा। बस की कैबिन में बैठे धौलपुर के पदावली गांव निवासी महेश (35) पुत्र मातादीन प्रजापति की भी मौत हो गई। हैदराबाद से मजदूरी करके लौटा महेश प्रजापति कई महीने बाद अपने गांव लौट रहा था। इन दोनों के अलावा हादसे में ट्राले के हेल्पर शकीन मोहम्मद की भी मौत हो गई। हादसे में 11 यात्री घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायलों में दो की हालत बेहद नाजुक होने पर रात में ही ग्वालियर रेफर किया गया है। सराय छोला थाना पुलिस ने ट्राला चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है।
बताया गया है कि इस बस में अधिकतर मजदूर वर्ग के यात्री थे। कुछ मजदूर धौलपुर (राजस्थान) में उतरने वाले थे, जिन्हें धौलपुर से जयपुर, अजमेर, उदयपुर तक जाना था। वहीं, कुछ मजदूर दिल्ली की ओर जा रहे थे। बस में सवार एक यात्री के अनुसार ग्वालियर से 20 किलोमीटर आगे आने के बाद बानमोर कस्बे में बस में आग भी लगी थी। उस दौरान यात्रियों ने चालक से दूसरी बस मंगाने की बात कही थी, लेकिन उसने यात्रियों की बात को अनसुना कर दिया था।
MadhyaBharat
17 June 2023
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