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नई दिल्ली। अडाणी समूह के गौतम अडाणी ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट गलत और निराधार है। यह रिपोर्ट जानबूझकर हमारी छवि खराब करने और समूह को बदनाम करने के लिए लगाए गए थे।
उन्होंने समूह की कंपनियों की आम सभा (एजीएम) को वर्चुअली संबोधित करते हुए ये बात कही। हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर अडाणी ने कहा कि 'हिंडनबर्ग रिपोर्ट भ्रामक और निराधार आरोपों पर आधारित थी। रिपोर्ट में लगाए गए आरोप 2004 से 2015 के बीच के थे। उस समय संबंधित अथॉरिटी ने उन्हें सही कर लिया था। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण प्रयास था।
गौतम अडानी ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। साल 2030 तक तीसरी और 2050 तक भारत की इकोनॉमी विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। इसके लिए केंद्र में स्थाई सरकार होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें देश के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का पूरा भरोसा है। अडाणी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी क्रेडिट एजेंसी ने अडाणी समूह की रेटिंग में कोई कटौती नहीं की है।
उल्लेखनीय है कि इस साल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। रिपोर्ट में समूह पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए थे। इसके बाद समूह के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। अडाणी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर करीब 3500 रुपये प्रति शेयर से गिरकर 1000 रुपये के करीब आ गया था।
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