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नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र को लेकर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने नाराजगी जाहिर की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार ने 18 से 22 सितंबर के लिए संसद का विशेष सत्र तो बुला लिया लेकिन विशेष सत्र का पूरा एजेंडा अभी तक साफ नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के दबाव में जिन एक-दो मुद्दों को सरकार ने साझा किया है, वह पर्याप्त नहीं है।
वेणुगोपाल ने कहा कि मोदी सरकार लगातार लोकतंत्र पर हमला कर रही है। यह सरकार नियम-कायदा नहीं मानती है। उन्होंने कहा कि सरकार का संसदीय एजेंडा बिल्कुल भी पारदर्शी नहीं है।
आरजेडी से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी संसद के विशेष सत्र को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि एजेंडा पहले ही साफ करना था। यह सरकार संसदीय प्रणाली का मजाक बना रही है।
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि वह संसद में अच्छी चर्चा के लिए, बहस के लिए व अच्छी नीतियों के साथ एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने के लिए दिल्ली जाती हैं लेकिन वहां माहौल बदल गया है। यह सरकार चर्चा के एजेंडे तक को विपक्ष से साझा नहीं करती है।
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