Since: 23-09-2009

  Latest News :
ब्रिक्स नेताओं ने शिखर वार्ता में लिया भाग.   प्रियंका गांधी ने रोड शो के बाद किया नामांकन.   गैंगस्टर छोटा राजन को जया शेट्टी हत्याकांड में जमानत मिली.   अजीत पवार की राकांपा ने 38 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की.   सभी नागरिकों को प्रदूषण मुक्त जीवन जीने का अधिकार : सुप्रीम कोर्ट.   आईसीसी टेस्ट रैंकिंग: पंत ने कोहली को पछाड़ा, बुमराह शीर्ष पर बरकरार.   इंदौर पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता को बनाया गया सीएम का ओएसडी.   मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रीवा में भगवान श्री महामृत्युंजय की पूजा-अर्चना की.   जीतू पटवारी का प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला.   खंडहर के पास मिला नवजात का शव.   मुख्यमंत्री की मौजूदगी में एमपी टूरिज्म बोर्ड और एकेएस यूनिवर्सिटी के बीच हुआ एमओयू.   हर व्यक्ति के सुख-दुख की साथी है मध्य प्रदेश सरकार : जल संसाधन मंत्री सिलावट.   मुख्यमंत्री साय की पहल से भेलवां के ग्रामीणों को मिली बैंकिंग सुविधा.   रायपुर दक्ष‍िण से कांग्रेस उम्‍मीदवार की प्रचंड जीत होगी : दीपक बैज.   नक्सलियों ने डीआरजी जवान के भाई पर किया प्राणघातक हमला.   मुख्यमंत्री साय ने बिजली सखियों को वितरित किए बिजली किट.   स्कूल वैन सोन नदी में गिरी सभी बच्चे सुरक्षित.   ट्रक ने स्‍कूटी को मारी टक्‍कर दो की मौत.  
उपसंचालक और उसके सहायक को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने पकड़ा
morena, Lokayukta team , Deputy Director

मुरैना। भैस पालन के लिए करीब 6 लाख रूपए का लोन स्वीकृत होने पर उसकी सब्सिडी को स्वीकृत कराने के एवज में अपने ही विभाग के कर्मचारी से रिश्वत लेने वाले पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपसंचालक आरपीएस भदौरिया और उनके सहायक को लोकायुक्त पुलिस ने 3 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। हालांकि 7 हजार रूपए की रिश्वत वह पहले ले चुके थे। लोकायुक्त टीम ने उनके हाथ धुलवाए तो गुलाबी हो गए। उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

पशु चिकित्सा विभाग नूराबाद में पदस्थ कर्मचारी सुरेन्द्र मावई के भाई के नाम विद्यासागर योजना में 6 लाख का लोन स्वीकृत हुआ था। सब्सिडी के 25 प्रतिशत राशि को स्वीकृत करने के एवज में उपसंचालक आरपीएस भदौरिया और उनके सहायक 10 फीसदी रिश्वत की मांग कर रहे थे। सुरेन्द्र द्वारा उन्हें 7 हजार रूपए रिश्वत थमा दी गई थी। लेकिन वह तीन हजार और मांग रहे थे। रकम पूरी दिए बिना वह सब्सिडी स्वीकृत नहीं कर रहे थे। परेशान सुरेद्र ने लोकायुक्त के अधिकारियों को जाकर पूरी बात बताई। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने पूरी कार्ययोजना तैयार की। मंगलवार को सुरेन्द्र उन्हें रिश्वत देने के लिए उनके कार्यालय पहुंचा। पीछे से लोकायुक्त के डीएसपी विनोद सिंह, इंस्पेक्टर कविन्द्र सिंह चौहान और टीम के अन्य सदस्य भी छिपकर बैठ गए। जैसे ही सुरेन्द्र ने रिश्वत दी तुरंत ही लोकायुक्त की टीम ने जाकर पकड़ लिया।

 

फरियादी सुरेन्द्र ने लोकायुक्त टीम को बताया कि जब रिश्वत के लिए उसने आना कानी की तो उपसंचालक का कहना था कि पैसों के लिए तो मैं अपने बाप को नहीं छोड़ता। तु हे तो पैसे देने होगा। उन्होंने यह भी कहा कि एक गुर्जर बिना पैसे दिए काम कराकर चला गया था।मैं बिना पैसे दिन काम नहीं करूंगा। एसपी लोकायुक्त रामेश्वर यादव ने बताया कि उपसंचालक को 3 हजार की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है। भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

MadhyaBharat 2 April 2024

Comments

Be First To Comment....
Video

Page Views

  • Last day : 8641
  • Last 7 days : 45219
  • Last 30 days : 64212


x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.