Since: 23-09-2009

  Latest News :
प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र में 7600 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया.   पहली कैबिनेट बैठक में पास होगा जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव : उमर.   प्रादेशिक सेना के लापता जवान का शव अनंतनाग के जंगलों से बरामद.   जम्मू-कश्मीर में संविधान और लोकतांत्रिक स्वाभिमान की जीत : राहुल गांधी.   महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) ने दी कांग्रेस को चुनौती.   आरबीआई ने लगातार 10वीं बार रेपो रेट 6.50 फीसदी पर रखा बरकरार.   कांग्रेस ने सरकार से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की.   यात्रियों से भरी बस ट्रैक्टर से जा टकराई बीस से ज्यादा यात्री घायल.   लाडली बहना योजना पर मप्र से महाराष्ट्र तक गरमाई सियासत.   विकास की बात पर बिफरे ज्योरिादित्य सिंधिया.   रेलवे ट्रैक पर नव दंपति का मिला क्षत-विक्षत शव.   हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में बेहतर प्रदर्शन ने बता दिया जनता मोदी के साथ- विष्णुदत्त शर्मा.   मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का हो रहा चंहुमुखी विकास - उप मुख्यमंत्री साव.   मुख्यमंत्री साय का 10 अक्टूबर को होने वाला जनदर्शन स्थगित.   कृषि मंत्री नेताम ने पुलिस टीम को किया सम्मानित.   जल जीवन मिशन से दूरस्थ ग्राम राजादेवरी की बदली तस्वीर.   करंट से मादा भालू और दो शावकों की हुई मौत.   दिवाली और छठ के दौरान चलाई जाएंगी 6556 स्पेशल ट्रेनें.  
इस साल भारत में 'सामान्य से अधिक' मानसून रहने की संभावना
new delhi, India likely, normal

नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि इस साल भारत में 'सामान्य से अधिक' मानसून रहने की संभावना है। सोमवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने देश में इस साल होने वाले मानसून का पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि इस बार सीजन की कुल बारिश 87 सेंटीमीटर औसत के साथ 106 प्रतिशत रहने की संभावना है।

मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 1971 से 2020 तक के वर्षा के आंकड़ों के अध्ययन में हमने नई दीर्घकालिक औसत और सामान्य शुरुआत की है। इसके अनुसार, 1 जून से 30 सितंबर तक पूरे देश की कुल वर्षा का औसत 87 सेमी होगा। भारत में अच्छे मानसून से जुड़ी ला नीना की स्थिति अगस्त-सितंबर के बीच विकसित होगी।

महापात्रा ने कहा कि विश्लेषण से पता चला है कि 22 ला नीना वर्षों में, 1974 और 2000 को छोड़कर अधिकांश वर्षों में सामान्य या सामान्य से अधिक मानसून दर्ज किया गया था, जब सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में, भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र पर अल नीनो की मध्यम स्थिति बनी हुई है। पूर्वानुमान से संकेत मिलता है कि मानसून ऋतु के शुरुआती भाग के दौरान अल नीनो की स्थिति और कमजोर होकर तटस्थ ईएनएसओ स्थितियों में परिवर्तित होने की संभावना है और इसके बाद मानसून ऋतु के दूसरे भाग में ला नीना स्थितियां विकसित होने की संभावना है।

विभाग के अनुसार पिछले तीन महीनों (जनवरी से मार्च 2024) के दौरान उत्तरी गोलार्ध में बर्फ की आवरण सीमा सामान्य से कम थी। उत्तरी गोलार्ध के साथ-साथ यूरेशिया में सर्दियों और बसंत में बर्फ की आवरण सीमा का आगामी भारतीय ग्रीष्मकालीन मानसून वर्षा के साथ सामान्यतः विपरीत संबंध है।

MadhyaBharat 15 April 2024

Comments

Be First To Comment....
Video

Page Views

  • Last day : 8641
  • Last 7 days : 45219
  • Last 30 days : 64212


x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.