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बीजापुर। जिले के नक्सल प्रभावित पीडिया के जंगल में बीते दिनों हुई मुठभेड़ को फर्जी बताने वाले आरोपों के बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से वास्तविकता जानने के लिए गठित आठ सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। जांच दल के संयोजक व पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने चौंकाने वाले दावे करते हुए कहा कि प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है, तब से लगातार किसी न किसी घटना में निर्दोष आदिवासी मारे जा रहे हैं, यह बेहद खतरनाक और चिंताजनक स्थिति है। उन्होंने कहा कि पीडिया में निर्दोष आदिवासी मारे गए, मुठभेड़ की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
संतराम नेताम ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बीजापुर जिले के थाना गंगालूर अन्तर्गत ग्राम पंचायत पीडिया में बीते 10 मई 2024 को बीजापुर पुलिस ने मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया। वहीं इसके उलट ग्राम पीडिया के ग्रामीणों ने पुलिस के दावों को गलत बताते हुए इस मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए कहा कि मारे गए लोग आम आदिवासी हैं, जो खेती किसानी करके अपना जीवन यापन करते हैं। टीवी, अखबारों और सोशल मीडिया आदि में इस घटना को लेकर पुलिस और ग्रामीणों के दावों को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है।
पीडिया गांव की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने वस्तुस्थिति को जानने के लिए दिनांक 13 मई को आठ सदस्यीय जांच दल का गठन किया था। यह जांच दल गुरुवार को पीडिया गांव की ओर रवाना हुआ था। इस बीच जांच दल को पुलिस और सुरक्षाबल के जवानों ने जगह-जगह बैरिकेड लगाकर पीडिया गांव की ओर जाने से रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन जांच दल पीडिया गांव की ओर गया और घटना में मारे गए लोगो के परिजनों, घटना के चश्मदीदों और ग्रामीणों से मुलाकात कर घटना की विस्तृत जानकारी ली है। घटना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपी जाएगी।
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