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रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा मामले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी एक जुलाई से बलौदाबाजार में मांगों को लेकर आमरण अनशन करेंगे। अमित जोगी की दो प्रमुख मांगें, जिसमें पहली मांग है कि नवनिर्मित जिला बलौदाबाजार का नाम “घासीदासधाम” किया जाए और दूसरी मांग है कि हाई कोर्ट के जज की विवेचना रिपोर्ट आने तक सभी बंदियों की निःशर्त रिहाई की जाए।
अमित जोगी ने रविवार को चर्चा में बताया कि कांग्रेस और भाजपा ने सतनामियों को सिर्फ प्रताड़ित किया है, जिसके विरोध में वे आमरण अनशन करेंगे। उन्होंने कहा कि धर्मपुरा से लेकर अमर गुफा तक, विगत छह सालों से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश सरकार और भाजपा की साय सरकार ने सतनाम पंथ के अनुयायियों को अपनी वोटबैंक पॉलिटिक्स के कारण प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
भूपेश सरकार ने उनका आरक्षण 16 से 13 प्रतिशत कर दिया। उनके धर्म स्थलों को ध्वस्त कर दिया और उनकी जगह 30 हजार आरक्षित पदों में अन्य वर्गों को रोज़गार दे दिया और इन सबके विरोध में लड़ाई लड़ने वाले समाज के युवाओं को जेल में डाल दिया। यही कारण है कि दिसंबर 2023 में सरकार को बदल दिया। सतनामी समाज के गिरौधपुरी से लेकर भंडारपुरी धाम तक लगभग सभी गुरुओं ने सत्ता के साथ 1980 से अपनी-अपनी बदलती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण सरकार न कि समाज का साथ दिया है। यही कारण है कि सदियों से ग़ुलामी के ख़िलाफ़ बग़ावत करने वाला सतनामी समाज सामाजिक और राजनीतिक रूप से पूर्णतः नेतृत्वविहीन हो चुका है और गुरुओं की जगह समाज के युवाओं ने ले ली है।
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