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भोपाल। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर जारी धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग के सर्वे को बुधवार को तीन महीने पूरे हो गए हैं। एएसआई की टीम 90वें दिन लगातार सर्वे कर रही है। इस दौरान अब तक 1800 छोटे व बड़े अवशेष मिल चुके हैं। इसमें 30 मूर्तियों के अवशेष हैं। इनमें मां वाग्देवी की खंडित मूर्ति भी शामिल है, जो बीते 9 जून को मिली थी। सर्वाधिक 79 अवशेष इसी दिन मिले थे। यह सर्वे 27 जून तक चलेगा।
ज्ञानव्यापी की तर्ज पर जारी सर्वे के 90वें दिन एएसआई की टीम सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।
बुधवार को सर्वे के तहत उत्तरी भाग में खुदाई की गई, जहां पर बरसों पहले 153 अवशेष रखे हुए थे। इन्हें यहां से शिफ्ट कर दिया गया था। खुदाई के दौरान यहां तीन अवशेष मिले हैं। ये स्तंभ और दीवार के टुकड़े हैं। सफाई नहीं होने से आकृति स्पष्ट नहीं है। इस स्थान पर खुदाई में अब तक 13 अवशेष मिल चुके हैं। इसके साथ ही सर्वे टीम द्वारा वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की गई।
उल्लेखनीय है कि एएसआई की टीम ने 22 मार्च को भोजशाला में सर्वे शुरू किया था। चार जुलाई के पूर्व एएसआई को अपनी रिपोर्ट हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में प्रस्तुत करनी है, इसलिए दस्तावेजीकरण का कार्य तेज कर दिया गया है।
सर्वे टीम की साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा एवं आशीष गोयल ने बताया कि उत्तरी भाग में खुदाई के दौरान तीन अवशेष मिले हैं। आज 90 दिनों का सर्वे कार्य पूरा हो चुका है। अंदर के भाग में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई है। खासकर नंबरिंग और अन्य कार्य किया जा रहे हैं। अवशेषों की अब रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है।
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