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नरसिंहपुर । प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल की रविवार को एक अचानक तबीयत बिगड़ गई। मंत्री पटेल सोकलपुर के नीलकुंड में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे, जहां उन्हें अचानक घबराहट होने लगी। तब वहां प्रोटोकॉल के अनुसार कोई डॉक्टर या एंबुलेंस मौजूद नहीं थी। सूचना मिलने पर गाडरवारा सिविल अस्पताल के प्रभारी डॉ. राकेश बोहरे मौके पर पहुंचे और मंत्री को दवाइयां दीं। इसके बाद मंत्री भोपाल रवाना हो गए। मामले की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने एसडीएम से जांच प्रतिवेदन मांगा है।
मंत्री प्रहलाद पटेल का सोकलपुर नीलकुंड में प्रवास कार्यक्रम था, जिसमें गुरु पूर्णिमा के आयोजनों सहित पौधरोपण के अन्य कार्यक्रम शामिल थे। इस कार्यक्रम की सूचना सीएमएचओ को भी दी गई थी और एसडीएम के निर्देश पर सिविल अस्पताल से डॉ. अभिनव जैन और अन्य स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन रविवार को उक्त टीम मौके पर नहीं पाई गई, न ही सीएमएचओ स्तर से प्रोटोकॉल के अनुसार कोई चिकित्सा अधिकारी या एंबुलेंस की व्यवस्था की गई।
सिविल अस्पताल प्रभारी डॉ. राकेश बोहरे ने बताया कि मंत्री पटेल को घबराहट और बेचैनी की समस्या की सूचना मिलने पर वह पलोहा तिराहा के पास मंत्री को दवाइयां देने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि मंत्री की दवाइयों में से एक दवा कम थी। उमस के साथ कार्यक्रमों की थकान के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई थी।
इस मामले में गाडरवारा एसडीएम कलावती ब्यारे ने कहा कि मंत्री को स्वास्थ्य समस्या होने पर सिविल अस्पताल प्रभारी पहुंचे थे। उन्होंने प्रकरण का प्रतिवेदन कलेक्टर को भेज दिया है। एसडीएम ने रिपोर्ट के बारे में कलेक्टर ही जानकारी देंगे।
नरसिंहपुर कलेक्टर शीतला पटले ने कहा कि एसडीएम से जानकारी ली गई है और उनसे प्रतिवेदन मांगा गया है। प्रोटोकॉल के पालन में लापरवाही करने वालों को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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