Since: 23-09-2009
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण सेवा प्रदान कर रहे हैं और आज के युवाओं को विकसित भारत के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी उनके हाथों में है। वह शुक्रवार को सात, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024 से सम्मानित शिक्षकों से बातचीत कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभाव पर चर्चा की और अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि शिक्षक छात्रों को विभिन्न भाषाओं में स्थानीय लोककथाएं सिखा सकते हैं, ताकि छात्र कई भाषाएं सीख सकें और भारत की जीवंत संस्कृति से भी परिचित हो सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने विद्यार्थियों को भारत की विविधता को जानने के लिए शैक्षणिक भ्रमण पर ले जा सकते हैं, जिससे उन्हें सीखने में मदद मिलेगी और उन्हें अपने देश के बारे में समग्र रूप से जानने में भी मदद मिलेगी। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि पुरस्कार विजेता शिक्षकों को सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ना चाहिए और अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना चाहिए ताकि हर कोई ऐसी प्रथाओं से सीख सके, उन्हें अपना सके और उनसे लाभ उठा सके। इस दौरान पुरस्कार विजेताओं ने प्रधानमंत्री के साथ अपने शिक्षण अनुभव साझा किए। उन्होंने सीखने को और अधिक रोचक बनाने के लिए अपने द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली दिलचस्प तकनीकों के बारे में भी बात की। शिक्षकों ने अपने नियमित शिक्षण कार्य के साथ-साथ उनके द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों के उदाहरण भी साझा किए। वहीं प्रधानमंत्री ने शिक्षकों के साथ बातचीत करते हुए शिक्षण के प्रति शिक्षकों के समर्पण और पिछले कुछ वर्षों में उनके द्वारा दिखाए गए उल्लेखनीय उत्साह की सराहना की।
MadhyaBharat
|
All Rights Reserved ©2025 MadhyaBharat News.
Created By:
Medha Innovation & Development |