Since: 23-09-2009
चित्रकूट । भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट स्थित जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में "आधुनिक जीवन में ऋषि परंपरा" विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने शनिवार को कहा कि भारत ऋषि परंपरा का देश है। यही वजह है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस परंपरा को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी हथियार से युद्ध नहीं जीता जा सकता। हमारा देश ऋषि परंपरा की वजह से ही आज विश्व गुरु की श्रेणी में खड़ा हुआ है।
चित्रकूट के दिव्यांग विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज विपक्षी लोग अपने राजनैतिक स्वार्थ के चलते भारत की ऋषि परंपरा को नजरअंदाज कर रहे हैं जो किसी मायने में उचित प्रतीत नहीं हो रहा है। ऋषि परंपरा के बल पर ही भारत जल, थल ,नभ हर क्षेत्र में हम आगे बढ़ रहे हैं । हमारे देश की परंपरा वसुधैव कुटुंबकम् की रही है। समस्याओं के समाधान के लिए हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋषि परंपरा को मानकर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान युद्ध ही नहीं है। आज भी चारों तरफ नजर दौड़ाएं तो ऋषि परंपरा का सम्मान हमारे देश में ही है। सांस्कृतिक विरासत का धनी देश भारत हमेशा अतुलनीय रहा है। ऋषि परंपरा के मूल सिद्धांतों को अपनाकर चलना आज की आवश्यकता है। प्रभु श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट में आधुनिक जीवन में ऋषि परंपरा की यह संगोष्ठी निश्चित रूप से हम सबको एक नई दिशा देने वाली साबित होगी। क्योंकि यह संगोष्ठी एक महान ऋषि पद्मविभूषण से सम्मानित जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्य महाराज जी की उपस्थिति में आयोजित हो रही है।
उपराष्ट्रपति ने जगदगुरु रामभद्राचार्य को दिल्ली आकर नवनिर्मित उप राष्ट्रपति भवन पर एक दिवसीय प्रवास करने का आमंत्रण देने के लिए सपत्नीक चित्रकूट आए हैं। क्योंकि जब कोई अपने यहां किसी मनीषी संत को बुलाता है तो सपत्नीक आना होता है। उसी परंपरा का निर्वाह करते हुए आज यहां आए हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि वे त्रिवेणी हैं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें बड़ा भाई मानती हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके मित्र हैं और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उनके भाई हैं। कार्यक्रम में जगदगुरू के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास महाराज,उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ,नरेंद्र कश्यप और अनिल राजभर ,कुलपति प्रो शिशिर कुमार पांडेय आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर गोपाल मिश्र ने किया।
MadhyaBharat
|
All Rights Reserved ©2025 MadhyaBharat News.
Created By:
Medha Innovation & Development |