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भाेपाल । राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू 18 व 19 सितम्बर को उज्जैन आैर इंदौर आ रही हैं। राष्ट्रपति उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन रोड का भूमिपूजन करने के साथ देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के कार्यक्रम में शामिल होंगी। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मध्य प्रदेश में बढ़ते अपराधों के सन्दर्भ में राष्ट्रपति को पत्र लिखा है और उनसे इंदौर में मुलाकात का समय देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि राष्ट्रपति महिला सुरक्षा के मुद्दे को गंभीरता से लेंगी और प्रदेश की महिलाओं के लिए एक सार्थक चर्चा के लिए हमारा आवेदन स्वीकार करेंगी।
जीतू ने अपने पत्र में राष्ट्रपति काे संबाेधित करते हुए लिखा बीते दिनों कोलकाता में डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की सनसनीखेज वारदात के बाद आपके विचार पढ़े! मैं पूरी गहराई और गंभीरता से समझ सकता हूं कि आपका स्तब्ध मन इस निंदनीय कृत्य से कितना विचलित हुआ है! आपकी यह धारणा भी सच है कि "यह अकेली घटना नहीं है। यह महिलाओं के खिलाफ अपराध का एक हिस्सा है। कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों पर इस तरह के अत्याचारों की इजाजत नहीं दे सकता। देश के लोगों का गुस्सा जायज है, मैं भी गुस्से में हूं। जब भी मैं देश के किसी कोने में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के बारे में सुनती हूं, तो मुझे गहरी पीड़ा होती है।" लोकतंत्र और संविधान की शीर्ष पंक्ति पर बैठे व्यक्ति के अंदर की यह संवेदनशीलता आंशिक राहत भी देती है कि महिला सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे पर निर्मम होती जा रही व्यवस्था के बीच, कोई एक ऐसा है जो महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता के साथ चिंतन भी कर रहा है!
जीतू ने अपने पत्र में आगे लिखा महोदया, मैं सर्वप्रथम मेरे मध्य प्रदेश की धरती पर आपका हृदय से स्वागत करता हूं और महिला सुरक्षा-सम्मान से जुड़े आपके सरोकारों की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी करता हूं। मैं आपके संज्ञान में यह भी लाना चाहता हूं कि मध्य प्रदेश में भी महिला उत्पीड़न चिंताजनक स्थिति में पहुंच चुका है! मेरे प्रदेश में गरीब, दलित और आदिवासी महिलाओं से जुड़े अपराध देश में सबसे ज्यादा हैं! जीतू ने कहा नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) प्रतिवर्ष जो आंकड़े जारी करता है, मध्य प्रदेश महिला उत्पीड़न की अनेक और अलग-अलग श्रेणियां में सबसे आगे रहता है! सकारात्मक विपक्ष के रूप में मैं और मेरे दल के नेता-कार्यकर्ता शिकायत के साथ सुझाव और समाधान भी देते रहते हैं! लेकिन, मप्र में महिला उत्पीड़न के हालात लगातार अनियंत्रित होते जा रहे हैं!
पीसीसी चीफ ने कहा कि आपके मध्य प्रदेश आगमन पर मैं, कांग्रेस की अपनी दलित, पिछड़ी और आदिवासी विधायक बहनों के साथ आपसे भेंट करना चाहता हूं और प्रदेश में महिलाओं की अंतहीन बेहाली/बदहाली का ब्यौरा प्रस्तुत करना चाहता हूं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं हमारे शिष्टमंडल में समस्या के स्थान पर संवाद, सुझाव और समाधान ही प्राथमिकता में रहेंगे! यदि आप समय देकर हमें सुन लेंगे, तो मप्र में महिलाओं की स्थिति पर एक सार्थक संवाद की शुरुआत हो जाएगी, सुधार की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगीं!
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