Since: 23-09-2009
नई दिल्ली । देश में वायरल इंफेक्शन मंकी पॉक्स का खतरा एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। ताजा मामला केरल का है, जहांं मंकी पॉक्स का दूसरा मरीज मिला है। देश में मंकी पॉक्स का यह तीसरा मामला है। 26 वर्षीय यह युवक हाल ही में दुबई से केरल के एर्नाकुलम लौटा है। तेज बुखार आने पर परीक्षण करने पर मंकी पॉक्स की पुष्टि हुई है। हालांकि अभी स्ट्रेन का पता नहीं चला है।
केरल से स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मरीज की हालत स्थिर है और उसे आइसोलेशन में रखा गया है। मरीज के सैंपल को पुणे स्थित एनआईवी लैब में परीक्षण के लिए भेजा गया है। इससे पहले 18 सितंबर को भी केरल के मल्लपुरम निवासी एक व्यक्ति के मंकी पॉक्स से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। यह व्यक्ति यूएई के दुबई से लौटा था।उसकी जांच में भी मंकी पॉक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसके सैंपल में मंकी पॉक्स क्लैड आईबी स्ट्रेन पाया गया था, जिसे बेहद ज्यादा संक्रमण फैलाने वाला और जानलेवा स्ट्रेन घोषित किया जा चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे चिंताजनक स्ट्रेन घोषित किया है।
इससे पूर्व देश का पहला मंकी पॉक्स का मामला दिल्ली में रिपोर्ट हुआ था, जहां जांच में एक व्यक्ति का सैंपल पॉजिटिव पाया गया था।। उसके सैंपल में क्लैड 2 स्ट्रेन मिला था, जो कम घातक और कम संक्रमण फैलाने वाला है।
केंद्र ने जारी की एडवाइजरी
मंकी पॉक्स के मामले पर लगाम लगाने के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दी है। केंद्र सरकार ने कहा है कि मंकी पॉक्स के मामले सामने न आएं, इसके लिए राज्यों को सावधानी बरतने के साथ तेजी से कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंकी पॉक्स के सभी मरीजों के सैंपलों को जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी में भेजने के निर्देश दिए हैं।
MadhyaBharat
27 September 2024
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|