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धमतरी ।जिले के ग्राम पंचायत कन्हारपुरी में प्रदेश का सबसे बड़ा अमृत सरोवर तालाब है। तालाब की खासियत यह है कि इस सरोवर को बनाने में जितना खर्च हुआ है, उससे अधिक आय भी पंचायत को हुई है। इस तालाब से किसानों के लिए सिंचाई सुविधा का एक नया रास्ता खुला। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों को सालभर निस्तारी की समस्या से भी मुक्ति मिल गई। वहीं तालाब में पर्याप्त पानी भरने से गांव का भू जल स्तर सामान्य बना हुआ है।
जिले के चारों विकासखंड में कुल 119 अमृत सरोवर बनाए गए हैं। इनमें धमतरी विकासखंड में 23, कुरूद में 38, मगरलोड में 29 और नगरी विकासखंड में 29 अमृत सरोवर शामिल है। इनमें से धमतरी जिले के ग्राम कन्हारपुरी में निर्मित किये गये अमृत सरोवर को प्रदेश का सबसे बड़ा अमृत सरोवर बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।
उल्लेखनीय है कि धमतरी जिले में रेलवे में ब्राडगेज का काम किया जा रहा है। ग्राम कन्हारपुरी व आसपास में रेलवे को पटरी बिछाने के कार्य के लिए मुरुम व मिट्टी की आवश्यकता थी। रेल्वे विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर कन्हारपुरी ग्राम पंचायत के साथ मिट्टी निकालने का एग्रीमेंट किय गया। मिट्टी गांव के मुरा तालाब में उस जगह से निकाली गई, जहां तालाब गहरीकरण का कार्य होना था। रेलवे के माध्यम से तालाब की आवश्यकतानुसार खुदाई किया गया, इससे तालाब की पूरी तस्वीर ही बदल गई। इतने बड़े क्षेत्रफल में अब तक प्रदेश में कहीं भी अमृत सरोवर का तालाब नहीं बना है।
इस तालाब में बारिश के मौसम में पानी के भराव के साथ ही हरियाली की चादर बिछी नजर आ रही है। तालाब में भरे पानी से आसपास के 46 किसानों के 70 एकड़ फसल की सिंचाई की जा सकती है। इन किसानों को सिंचाई की अब कोई चिंता नही रहेगी। इधर रेलवे के साथ एग्रीमेंट किया गया था कि गांव से मिट्टी निकालने के बदले रायल्टी की राशि पंचायत में जमा की जाएगी। इस एग्रीमेंट के तहत रेलवे विभाग कन्हारपुरी करीब 12 लाख रुपये पंचायत में जमा करेगा। इस राशि से गांव के विकास की अलग से कार्य योजना तैयार की जाएगी। कन्हारपुरी के मुरा तालाब का कुल रकबा नौ एकड़ है। गहरीकरण के पहले इस तालाब की जलधारण क्षमता महज 32 हजार 400 घनमीटर थी, जो अब 57 हजार 800 घनमीटर हो गई है।
108 अमृत सरोवरों के जल से रूद्राभिषेक
इन्हीं कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते हुए आगामी पांच एवं छह अक्टूबर को रविशंकर जलाशय गंगरेल में जल जगार महोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया जा रहा है। इस महोत्सव में जिले के 108 अमृत सरोवरों के जल से रूद्राभिषेक, हाफ मैराथन, आसमान से कहानी, आकर्षक एवं रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, नवरात्रि मेला, कबाड़ से जुगाड़, रंगोली प्रतियोगिताएं इत्यादि आयोजित की जाएंगी। कलेक्टर गांधी ने इस वृहद आयोजन में अधिक से अधिक सम्मिलित होकर जल संरक्षण में अपनी सहभागिता निभाने की अपील लोगों से की है।
MadhyaBharat
28 September 2024
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