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भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए शनिवार की शाम बेहद खास होने जा रही है। इस दौरान शाम को दक्षिण-पश्चिमी आकाश में सूर्य के अस्त होने के तुरंत बाद हंसियाकार चंद्रमा (मून) और बिंदी के रूप में चमकता शुक्र (वीनस) जोड़ी सी बनाते नजर आएंगे। किसी भी खुले स्थान से इस खगोलीय घटना को बिना किसी टेलिस्कोप के खाली आंखों से ही देखा जा सकेगा।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शुक्रवार को उक्त खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि वीनस और मून आपस में सिमटे से पांच डिग्री से कम के अंतर पर होंगे। इन दोनों आकाशीय पिंडों की नजदीकी को टेक्नीकल रूप (खगोल विज्ञान में) से एपल्स कहा जाता है।
सारिका ने बताया कि यह खगोलीय जोड़ी क्षितिज से लगभग 14 डिग्री ऊपर रहकर धीरे-धीरे नीचे आते जाएंगे। इस जोड़ी को सूर्यास्त के बाद एक घंटे से कुछ अधिक समय तक देखा जा सकेगा। इस समय हंसियाकार चंद्रमा माइनस 9.9 के मैग्नीटयूड से चमक रहा होगा जबकि वीनस की चमक माइनस 4 मैग्नीटयूड रहेगी। उन्होंने बताया कि सिंदूरी शाम को दोनों आकाशीय पिंडों की यह समीपता केवल सीमित समय तक ही दिखेगी। इसीलिए इस आकाशीय जोड़ी से साक्षात्कार करने से चूकिए मत।
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