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सागर । शिवराज सरकार में सेकंड सीएम कहलाने वाले पूर्व गृह एवं परिवहन मंत्री व खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह के बयान से फिर बुंदेलखंड में सत्ता और भाजपा की अंदरूनी राजनीति में उबाल है। दीपावली मिलन समारोह के बहाने वे अपने विरोधियों पर हमला बोल रहे हैं। बीते रोज उन्होंने कहा कि मैं कोई काम चोरी छिपे नहीं करता, जो भी कहता हूं, कह के करता हूं तो कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कभी बीजेपी कार्यकर्ताओं पर अत्याचार करने वाले ऐसे नेताओं को उनकी पार्टी भले स्वीकार करे न करे, लेकिन मैं कभी स्वीकार नहीं करूंगा...
मप्र के पूर्व गृह एवं परिवहन मंत्री व भाजपा के धाकड़ नेता भूपेंद्र सिंह के निशाने पर इन दिनों बुंदेलखंड के कई भाजपाई नेता और कांग्रेस से बीजेपी में आए नेता दिख रहे हैं। बीते रोज सागर में एक दीपावली दीपावली मिलन समारोह में भूपेंद्र सिंह का एक और बयान चर्चा का विषय बना है। सागर से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर उन्होंने खुलकर कहा कि 'मैं कोई काम चोरी छिपे नहीं करता, अगर सागर से चुनाव लड़ना होगा तो खुलेआम इसका ऐलान करूंगा।'
पूर्व गृहमंत्री ने कई लोगों पर निशाना साधते हुए तंज कसे, पुराने चुनाव में खुरई में भाजपाइयों की स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि कुछ सालों पहले खुरई में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का इतना अत्याचार था कि पार्षद और सरपंच फॉर्म तक नहीं भर सकता था। खुरई के पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे का नाम लिए बिना ही भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी ऐसे लोगों को स्वीकार करें या ना करें मैं कभी स्वीकार नहीं कर सकता। बता दें कुछ ही दिनों पहले पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
कमलनाथ सरकार के निशाने पर भी थे, मंच से भूमिका बताई
खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह ने कमलनाथ सरकार के तख्ता पटल के दौरान स्वयं की भूमिका को लेकर भी इशारों ही इशारों में सिंधिया के साथ कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब कमलनाथ की सरकार गिरी और भाजपा की सरकार बनी तो संगठन ने जो भी काम दिया उसमें मैं और तीन—चार लोग और फ्रंट में थे, कांग्रेस के टारगेट पर हम ही थे। उन्होंने कहा कि पहले जब मंत्रिमंडल बना तो केवल 5 लोग ही मंत्री बने, बाकी हम लोगों को जुलाई में बनाया था। उसमें मैं और भार्गवजी भी शामिल थे। उन्होंने रोचक अंदाज में कहा कि रामायण में राम-रावण युद्ध में वानर सेना का उल्लेख किया। राम के राजतिलक और बाद में वानरों द्वारा अयोध्या आने की बात बताते हुए सिंह ने कहा कि जब वानरों ने श्रीराम के मित्र होने और उनसे मिलने की बात कहते हुए भगवान राम के पास पर्ची भिजवाई। पूछा कौन है तो बताया गया कि अपने राम-रावण युद्ध में ये वानर अपने साथ थे। तो जवाब मिला कि वानरों से कह दो कि जब अगला युद्ध् होगा तब बुला लेंगे। ऐसी हालत हम लोगों की है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह बात आप लोग मजाक के रुप में लेना।
गोविंद राजपूत और विधायक से पटरी नहीं बैठती, बयान से स्पष्ट
भूपेंद्र सिंह आखिर अचानक क्यों फ्रंट में आकर खेल रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने सागर में पहले उनके समर्थकों की पुलिस निगरानी और जासूसी की उपमुख्यमंत्री से खुलेआम शिकायत कर सनसनी फैला दी थी। अब दीपावली मिलन के बहाने वे भाजपा में ही शामिल पुराने कांग्रेसियों पर निशाने साध रहे हैं। इसके पीछे जो कारण सामने आया कि वे खुरई से विधायक हैं और यहां से उनके धुर विरोधी कांग्रेस नेता और उनके प्रतिद्वंदी पूर्व विधायक को भाजपा में शामिल कराया गया था। इसी प्रकार वे पूर्व में सुरखी से विधायक रहे हैं, वहीं वर्तमान में सुरखी विधायक और मोहन सरकार में कद्दावर मंत्री गोविंद राजपूत कभी उनके धुर विरोधी माने जाते थे। गोविंद और भूपेंद्र सिंह में सुरखी में हमेशा प्रतिद्वंदिता रही है। अब दोनों एक ही पार्टी में हैं। गोविंद के आने के बाद उन्हें तो कैबिनेट मंत्री बना दिया गया, लेकिन भूपेंद्र और गोपाल भार्गव को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी। इस कारण वे अपनी ही पार्टी और सत्ता उपेक्षित हैं।
सागर चुनाव लड़ने की अटकलें भी लगाई जा रही थीं, सफाई दे दी
सागर विधायक शैलेंद्र जैन पहले पूर्व मंत्री जयंत मलैया के ग्रुप से माने जाते थे। आज उनका खुद का ग्रुप है। भाजपा सूत्रों के अनुसार भूपेंद्र सिंह के 2009 के लोकसभा चुनाव लड़ने और टिकट के पूर्व के दौरान कुछ मामलों को लेकर दोनों के बीच में मतभेद माने जाते रहे हैं। एक ही पार्टी में रहते हुए इनके बीच कभी पटरी नहीं बैठी। इन दिनों भूपेंद्र सिंह सागर में अपने समर्थकों और समर्थक पार्षदों के वार्डों में दीपावली मिलन समारोह के बहाने पहुंच रहे हैं। इसमें विधायक शैलेंद्र जैन को आमंत्रित नहीं किया गया। इसके बाद सुगबुगाहट शुरू हो गई कि भूपेंद्र सिंह अगला विधानसभा चुनाव सागर से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। अफवाहों का बाजार गर्म हुआ तो भूपेंद्र सिंह को मंच से सफाई देनी पड़ी कि मैं कोई काम चोरी छिपे नहीं करता हूं। जो भी करता हूं डंके की चोट पर करता हूं। इसलिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। दीपावली मिलन पूरी तरह से पारिवारिक कार्यक्रम है। यदि मुझे सागर से चुनाव लड़ना होगा तो खुलकर और कहकर लडूंगा।
MadhyaBharat
11 November 2024
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