ग्वालियर । गुरुवार की रात अचानक आईं सर्द हवाओं की वजह से शुक्रवार को रात का पारा लुढ़क कर 8.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया जो वर्तमान मौसम में अब तक का सबसे कम है। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो से तीन दिन तक रात के तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी क्योंकि आठ दिसंबर को उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है।
नवम्बर के अंतिम दिन रात का तापमान 9.4 डिग्री पर था लेकिन इसके बाद यह फिर से बढ़कर 11 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था जबकि दिसंबर के पहले दिन से दिन का तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच ही झूल रहा है। दिन में धूप तेज होने से हल्की गर्मी का असर भी बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार हाल ही में अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान की वजह से हवाओं के रुख में आए परिवर्तन के चलते बढ़ती ठंड पर विराम लग गया था लेकिन अब चक्रवाती तूफान का असर समाप्त हो गया है। इसके चलते हवाओं का रुख उत्तरी व उत्तर-पूर्वी हो गया है। इसी कारण ग्वालियर में आज रात के तापमान में गिरावट हुई है लेकिन फिलहाल रात के तापमान में और गिरावट की संभावना कम है क्योंकि आठ दिसंबर को उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख फिर से बदलेगा। इसके असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है जबकि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी होगी। हालांकि ग्वालियर-चंबल संभाग में इस दौरान मौसम पूर्वत: शुष्क बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने के बाद हवाओं का रुख फिर से उत्तरी हो जाएगा। इसके बाद रात के साथ दिन के तापमान भी गिरावट होगी। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा जो औसत से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.9 डिग्री सेल्सियस कम है।