जगदलपुर । सुकमा जिले के पूवर्ती गांव में स्थित नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य व एक कराेड़ के इनामी नक्सली माड़वी हिड़मा और बटालियन नंबर-1 के कमांडर देवा बारसे का मकान नक्सलियाें ने स्वयं ताेड़ दिया है।दाेनाें नक्सलियाें के मकानाें काे आसपास के लाेगाें के ताेड़ने की खबर है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बुधवार को बताया कि बार-बार नक्सली हिड़मा के घर काे लेकर मीडिया रिपोर्टिंग हो रही थी। जिसके बाद गांव वालों ने नहीं बल्कि स्वयं नक्सलियों ने अपने लीडरों नक्सली हिड़मा एवं देवा का घर ताेड़ा है। हम भी इस बारे में और पता लगा रहे हैं कि किसके कहने पर किसने उस मकान काे ताेड़ा है।
दरअसल, सुकमा जिले के पूवर्ती गांव में हिड़मा और देवा का घर है। यहां सुरक्षा बलाें का कैंप खुलने के बाद हिड़मा अपनी मां को लेकर कहीं चला। इसी बीच कुछ तस्वीरें वायरल हुईं जिसमें एक घर पूरी तरह से टूटा दिख रहा है। इस घर को नक्सली लीडर देवा बारसे का बताया जा रहा है। जबकि दूसरी तस्वीर नक्सली हिड़मा के घर की है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस घर के पीछे का कुछ हिस्सा टूटा हुआ है। यहां से कुछ ही दूरी पर सुरक्षाबलों का कैंप है। दाेनाें मकानाें के टूटने के बाद सवाल उठता है कि इस घर काे किसने तोड़ा ? क्या इनके घर काे ग्रामीणों ने तोड़ा ? घर को तुड़वाने में क्या पुलिस की भूमिका है? क्या इस घर काे वाकई नक्सलियों ने ही तोड़ा है? फिलहाल इन सवालों के जवाब में अभी संशय बना हुआ है।
नक्सली हिड़मा खुद ले गया अपनी मां काे!
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में पूवर्ती गांव में सुरक्षबलों का कैंप खुला है। जिस दिन कैंप खुला, उसी दिन हिड़मा की मां अपने घर में ही थी। सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने हिड़मा की मां से मुलाकात की थी। लेकिन एक दिन हिड़मा की मां भी गांव से कहीं चली गई। ऐसा बताया जा रहा है कि नक्सली हिड़मा स्वयं ही अपनी मां को लेकर यहां से चला गया। उसे किस गांव में रखा है। इसकी जानकारी नहीं है।
गांव के ही प्राथमिक स्कूल में पढ़ता था हिड़मा
बस्तर के पूवर्ती गांव में रहने वाला माड़वी हिड़मा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में पढ़ाई करता था। उस दाैरान इलाके में सक्रिय एक नक्सली ने हिड़मा काे नक्सलियों के बाल संघम में भर्ती करा दिया था। इसके बाद हिड़मा की आगे की पढ़ाई नक्सली स्कूल में ही हुई थी। हिड़मा के फुर्तीले शरीर को देखते हुए नक्सलियों ने इसे अपने संगठन में एलओएस ग्रुप में शामिल किया था। हिड़मा नारायणपुर, बीजापुर, गढ़चिरौली में कई सालों तक सक्रिय था। फिर हिड़मा काे कोंटा एरिया कमेटी के ज्वाइंट प्लाटून का कमांडर बनाया था। हिड़मा ने वर्ष 2007 से लेकर 2021 तक इसने कई बड़ी नक्सली वारदात काे अंजाम दिया। नक्सली माड़वी हिड़मा पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित है।
नक्सली देवा बारसे भी पूवर्ती गांव का रहने वाला है। हिड़मा के सेंट्रल कमेटी में जाने के बाद नक्सलियों की सबसे मजबूत बटालियन नंबर-1 की जिम्मेदारी देवा बारसे काे साैंपी है। अब इस बटालियन नंबर-1 को देवा बारसे संभाल रहा है, इस पर भी लाखों रुपये का इनाम घोषित है।