मुख्यमंत्री ने सदन में दी पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना को लेकर हुए समझौते की जानकारी
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में तीसरे दिन बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सदन में पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) परियोजना को लेकर हुए त्रिपक्षीय समझौते की जानकारी दी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में मंगलवार को जयपुर में यह समझौता हुआ है। इस संशोधित परियोजना के माध्यम से मध्य प्रदेश के 12 जिलों में सिंचाई और पेयजल सुविधा उपलब्ध होगी। यह मध्य प्रदेश के लिए गौरव की बात है। वहीं, केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड को काफी लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नदियों को जोड़ने की परिकल्पना की थी। इस परिकल्पना को मध्य प्रदेश में मूर्तरूप दिया जा रहा है। हम को दो राज्यों में नदी जोड़ो अभियान का लाभ मिल रहा है। नदी जोड़ने का प्रस्ताव विधानसभा के सदस्य दे सकते हैं। पूरे क्षेत्र के विकास के लिए यह क्रांतिकारी कदम है। केन बेतवा परियोजना से भी बड़ी आबादी को लाभ मिलेगा। सागर शिवपुरी और सीहोर सहित बुंदेलखंड को भी लाभ मिलेगा। आगामी 25 दिसंबर को अटल जी की 100वां जयंती है। इस मौके पर केन बेतवा परियोजना का लोकार्पण होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना का लोकार्पण करने के लिए मप्र आने की स्वीकृति प्रदान की है। इस योजना से भी मध्य प्रदेश को लाभ मिलेगा। केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश को इन दो बड़ी योजनाओं की सौगात दी है।