इंदौर । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर निवासी कमलेश कालरा (पार्षद) के निवास में कुछ बदमाशों द्वारा परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट करने एवं नाबालिग बच्चे से दुर्व्यवहार करने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने घटना को संज्ञान में लेकर पुलिस को गंभीरतापूर्वक दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को सोशल मीडिया 'एक्स' पर कहा कि घटना के संबंध में इंदौर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य लोगों से पूछताछ कर नौ आरोपियों को चिन्हित कर लिया गया है। इनमें से छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। चूंकि घटना में नाबालिग से दुर्व्यवहार करना भी शामिल था, इसलिए आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट के तहत भी कार्यवाही की गई है।
दरअसल, पार्षद कमलेश कालरा के घर पर 30-40 लोगों ने हमला किया था। इस दौरान उनके बेटे के कपड़े उतार दिए थे। घर के बाहर लगी पार्षद की नेमप्लेट भी तोड़ दी गई थी। बदमाशों ने हमला कर उनकी मां के साथ भी बदसलूकी की थी। आरोपी एमआईसी सदस्य जीतू यादव के समर्थक बताए जा रहे हैं। पुलिस ने पार्षद कालरा की शिकायत पर 40 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। उनमें से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोपहर में बड़ी संख्या में दो नंबर के भाजपा कार्यकर्ता और कुलकर्णी भट्टा क्षेत्र के रहवासी पलासिया चौराहा पहुंचे और पूर्वी क्षेत्र के पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस ने दोनो पक्षों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है, लेकिन समान रुप से एक्शन नहीं लिया जा रहा है।