Since: 23-09-2009

  Latest News :
जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट देश के जैव प्रौद्योगिकी परिदृश्य में एक निर्णायक क्षण : प्रधानमंत्री.   जाट समाज को ओबीसी लिस्ट में शामिल करने के लिए केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी.   शंभू बॉर्डर पर सल्फास निगलने वाले किसान की मौत.   सुरक्षाबलों ने कुलगाम में एक संदिग्ध आतंकवादी काे किया गिरफ्तार.   प्रधानमंत्री ने किया 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन.   अगर इंडिया गठबंधन केवल संसदीय चुनावों के लिए है तो इसे समाप्त कर देना चाहिए : उमर अब्दुल्ला.   खगोलीय घटनाः शुक्र का सूर्य से अधिकतम कोणीय सेपरेशन शुक्रवार को.   पार्षद विवाद मामले में छह आरोपी गिरफ्तार.   केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने माधव राष्ट्रीय उद्यान में टाइगर सफारी वाहनों का किया उद्घाटन.   मध्य प्रदेश में प्लास्टिक उद्योग के विकास की अपार संभावनाएं: मुख्यमंत्री डॉ. यादव.   जनजातीय कल्याण कार्यक्रम क्रियान्वयन में अन्त्योदय का रहे लक्ष्य : राज्यपाल पटेल.   मुख्यमंत्री ने किए सपत्नी श्रीकृष्ण जन्मभूमि और श्री बांके बिहारी के दर्शन.   स्मार्ट शहरों की सूची में शामिल हुआ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर .   पुल‍िस की छापामार कार्रवाई में भारी मात्रा में गौ मांस बरामद,.   सरगुजा संभाग के सभी जिलों में शीतलहर का अलर्ट.   मुरदण्डा के पगडंडी मार्ग से बीयर बॉटल में लगाए गए दो नग आईईडी बरामद.   सुगम ऐप में रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की तैयारी: ओपी चौधरी.   हाइवा वहन में लगी आग ड्राइवर ने कूदकर बचाई जान.  
खगोलीय घटनाः शुक्र का सूर्य से अधिकतम कोणीय सेपरेशन शुक्रवार को
bhopal, Astronomical event, Venus
भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए अगले दो सप्ताह खास होने जा रहे हैं। दरअसल, सूर्य की परिक्रमा करता शुक्र (वीनस) आगामी दो सप्‍ताह तक आकाश में अपनी खास पहचान दिखाने जा रहा है। शुक्रवार. 10 जनवरी को शुक्र का सूर्य से कोणीय सेपरेशन सबसे अधिक होगा। इसे ग्रेटेस्‍ट इलोंगेशन ईस्‍ट कहा जाता है। इस समय स्‍काईवाचर्स के लिए इसे देखने को सबसे अच्‍छा मौका होगा। इस समय वीनस का क्षितिज से कोण 43 डिग्री होगा।
 
नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने गुरुवार को इस खगोलीय घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार से आगामी दो सप्‍ताह तक वीनस का पृथ्‍वी के क्षितिज से बनने वाला कोण बढ़ता जाएगा और यह 23 जनवरी को सबसे अधिक होगा। इस समय यह कोण बढ़कर 44 डिग्री हो जाएगा। इसे हाईएस्‍ट एल्‍टीटयूड इन दी इवनिंग स्‍काई कहा जाता है। इस घटना के समय शुक्र अपनी अधिकतम चमक के साथ आकाश में सबसे अधिक ऊंचाई पर देखा जा सकेगा।
 
उन्होंने बताया कि शुक्र कभी भी आकाश में अपनी उंचाई बढ़ाते हुए सिर के ठीक ऊपर मध्‍यरात्रि में नहीं आता है। वह आसमान में एक निश्चित ऊंचाई तक पहुंचकर वापस नीचे क्षितिज की तरफ लौटता दिखता है। इसका कारण यह है कि यह पृथ्‍वी की कक्षा के अंदर है, इसलिए सूर्यास्‍त के बाद लगभग चार घंटे तक ही दिखकर वह डूब जाता है। उन्होंने बताया कि सूर्य और चंद्रमा के बाद तीसरे सबसे चमकीले खगोलीय पिंड वीनस को शाम के पश्चिम आकाश में अपनी ऊंचाई और चमक को प्राप्‍त करते हुए देखने का अच्छा अवसर है।
MadhyaBharat 9 January 2025

Comments

Be First To Comment....
Video

Page Views

  • Last day : 8641
  • Last 7 days : 45219
  • Last 30 days : 64212


x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2025 MadhyaBharat News.