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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड के देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन के अवसर पर समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के लिए उत्तराखंड सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यूसीसी में खेलों जैसी ही टीम भावना है, किसी के साथ भेदभाव नहीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कल उत्तराखंड समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया। मैं कभी-कभी इसे धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता कहता हूं। समान नागरिक संहिता लोकतंत्र की भावना को मजबूत करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेल एक खेल आयोजन से कहीं अधिक है। यह 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को प्रदर्शित करने और भारत की समृद्ध विविधता और एकता का जश्न मनाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि यह भारत की अविश्वसनीय खेल प्रतिभा का उत्सव है और देश भर के एथलीटों की भावना को दर्शाता है। नेशनल गेम्स में इस बार भी कई देशी और पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है। इस बार के नेशनल गेम्स एक प्रकार से ग्रीन गेम्स भी हैं।
उन्होंने कहा कि हम स्पोर्ट्स को भारत के सर्वांगीण विकास का एक प्रमुख माध्यम मानते हैं। जब कोई देश स्पोर्ट्स में आगे बढ़ता है, तो देश की साख भी बढ़ती है, देश का प्रोफाइल भी बढ़ता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने लगातार आपकी प्रतिभा को पोषित करने और उसका समर्थन करने को प्राथमिकता दी है। एक दशक पहले की तुलना में खेल बजट तीन गुना हो गया है। टॉप्स (टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम) पहल के माध्यम से, देश के एथलीटों में महत्वपूर्ण वित्तीय संसाधनों का निवेश किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत, पूरे देश में अत्याधुनिक खेल बुनियादी ढांचा विकसित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में कई टूर्नामेंट्स आयोजित किए जा रहे हैं। खेलो इंडिया सीरिज में कई सारे नए टूर्नामेंट्स जोड़े गए हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की वजह से यंग प्लेयर्स को आगे बढ़ने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी गेम्स, यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को नए अवसर दे रहे हैं। खेलो इंडिया पैरा गेम्स से पैरा एथलीट्स की परफॉर्मेंस नए-नए एचीवमेंट्स कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2036 ओलंपिक्स की मेज़बानी के लिए पूरा जोर लगा रहा है। जब भारत में ओलंपिक होगा तो वो भारत के स्पोर्ट्स को एक नए आसमान पर ले जाएगा। ओलंपिक सिर्फ़ एक खेल आयोजन नहीं है, यह देश के कई अन्य क्षेत्रों में भी विकास को बढ़ावा देता है।
उन्होंने कहा कि आज भाजपा के सैकड़ों सांसद नए टैलेंट को आगे लाने के लिए अपने क्षेत्रों में सांसद खेलकूद स्पर्धा करा रहे हैं। मैं भी काशी का सांसद हूं, अगर मैं सिर्फ अपने संसदीय क्षेत्र की बात करूं तो सांसद खेल प्रतियोगिता में हर साल काशी संसदीय क्षेत्र में करीब-करीब ढाई लाख युवाओं को खेलने का और खिलने का मौका मिल रहा है।
MadhyaBharat
28 January 2025
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