मऊगंज । मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गड़रा गांव में बीती रात आदिवासी परिवार के एक युवक को बंधक बनाकर पीटने और उसे बचाने के लिए पहुंची पुलिस टीम पर भी आरोपियाें के हमले में मारे गए एएसआई की मौत और घायल होने वाले पुलिसकर्मियों पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दुख जताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने गांव मेंबीएनएसकीधारा 163(पहले धारा 144 थी) लगा दी है और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रविवार को सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में दो गुटों के आपसी विवाद की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार, थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले में हमारी पुलिस के एक एएसआई रामचरण गौतम की जवाबी कार्रवाई में दुःखद मृत्यु हुई है। मेरी गहरी शोक संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ है। घटना के तुरंत बाद क्षेत्र में धारा 163 लागू कर डीआईजी रीवा, एसपी मऊगंज सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। घटना में अन्य घायल पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए रीवा चिकित्सालय भेजा गया है। उन्होंने डीजी पुलिस को मौके पर पहुंचकर पर्यवेक्षण के लिए निर्देशित किया है, साथ ही घटना के सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि यह पूरा विवाद दो महीने पहले हुए एक सड़क हादसे से जुड़ा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि रजनीश द्विवेदी की गड़रा गांव में जमीन है। गांव का ही रहने वाला अशोक कोल (आदिवासी) उनके यहां अधिया पर काम करता था। कुछ दिन पहले अशोक ने इसी जमीन से लगी भूमि को खरीद लिया था। लोगों का कहना है कि रजनीश के परिजन सनी द्विवेदी को यह बात अच्छी नहीं लगी। करीब दो महीने पहले अशोक रजिस्ट्री करवाने के लिए हनुमना गया था। तब बाइक से लौटते वक्त सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई थी। अशोक के परिवार वालों का आरोप था कि सनी ने उसकी हत्या की है, लेकिन पुलिस ने जांच के बाद सनी को क्लीनचिट दे दी थी। आदिवासी परिवार इससे संतुष्ट नहीं था। इसी के बाद से अशोक के परिवार वालों ने सनी द्विवेदी के परिवार से दुश्मनी मान ली। लोगों का कहना है कि शनिवार को दोपहर करीब 1:30 बजे सनी घूमते हुए आरोपियों के मोहल्ले में चला गया था। इसी दौरान अशोक के परिवार वालों ने उसे पकड़कर बंधक बना लिया और मारपीट भी की। इससे उसकी मौत हो गई।
डीआईजी साकेत पांडे ने बताया कि गड़रा गांव में शनिवार को आदिवासी गुट के लोगों ने द्विवेदी परिवार पर हमला बोल दिया। सूचना पर पुलिस की टीम शाम को युवक को बचाने के लिए गांव पहुंची तो, आसपास के गांव के आदिवासी समाज के करीब 250 लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस टीम पर हमला कर दिया। हमले में एसएएफ के एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई जबकि आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायल शाहपुर थाना प्रभारी शाहपुर संदीप भारती, हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका, एएसआई जवाहर सिंह यादव, राम केवट, राम लखन मिश्रा को गंभीर हालत रीवा रेफर किया गया है। वहीं, विकास पांडेय, प्रीति यादव, रामवचन यादव, देववती सिंह, बृहस्पति पटेल को सिविल अस्पताल और आशीर्वाद हॉस्पिटल मऊगंज में भर्ती कराया गया है।
हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका के ड्राइवर दिनेश गोस्वामी ने बताया कि तहसीलदार को भी लाठी-डंडे से पीटा गया है। सिर में गंभीर चोट है। हाथ टूट गया है। पैर भी टूटे हैं। एसडीओपी अंकिता शूल्या और एसआई आरती वर्मा ने खुद को गांव में ही एक कमरे में बंद कर लिया था। इसके बाद भारी पुलिस फोर्स पहुंचा। फायरिंग करते हुए पुलिस अंदर घुसी और बंधक बनी एसआई-एसडीओपी को बाहर लाई। इसके बाद सनी द्विवेदी के शव को भी बाहर लाया गया।
रीवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि शाहपुर थाना क्षेत्र के मऊगंज में पथराव हुआ था और कुछ लोगों को बंधक बनाया गया था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बंधकों को मुक्त कराया। इस घटना में पथराव के कारण एक नागरिक और एक पुलिसकर्मी की जान चली गई। कुछ पुलिसकर्मी और एक तहसीलदार घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। स्थिति अब नियंत्रण में है। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं।
मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि दो गुटों के बीच विवाद को लेकर गांव वाले इकट्ठा हो गए थे। गांव में ऐहतियातन बीएनएस की धारा 163 लगा दी गई है। गांव में वज्र वाहन समेत भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। पुलिस की ओर से लोगों से घरों में ही रहने का अनाउंसमेंट किया जा रहा है। हालात पर नियंत्रण के लिए सीधी और रीवा जिले से भी अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है। सतना जिले के अफसरों को भी इमरजेंसी हालात के लिए तैयार रहने को कहा गया है। फिलहाल हालात कंट्रोल में है। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में भी लिया है।