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नई दिल्ली । केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि अगर सभी स्वस्थ जीवन शैली अपनाए ताे फैटी लिवर को रोका जा सकता है। उन्हाेंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्र से अपील को दोहराते हुए कहा कि खाना पकाने में तेल के उपयोग को कम से कम 10 प्रतिशत तक कम करें और मोटापे से लड़ने के बारे में लाेग जागरूक हाें।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा सोमवार को मंत्रालय की ओर से लिवर स्वास्थ्य शपथ समारोह काे संबाेधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम विश्व लिवर दिवस 2025 के अवसर पर निर्माण भवन में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज के सहयोग से आयोजित किया गया था। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव, स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) अतुल गोयल, यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) एस.के. सरीन, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के सीईओ जी. कमला वर्धन राव भी उपस्थित थे।
नड्डा ने कहा कि फैटी लिवर न केवल लिवर के कार्य को प्रभावित करता है, बल्कि हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और यहां तक कि कैंसर के जोखिम को भी काफी हद तक बढ़ाता है। उन्होंने यह भी कहा कि अच्छी खबर यह है कि फैटी लिवर को रोका जा सकता है और स्वस्थ जीवनशैली और स्वस्थ खान-पान की आदतों को अपनाकर काफी हद तक इसे ठीक किया जा सकता है। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी अपनी "मन की बात" में राष्ट्र से खाना पकाने में तेल के उपयोग को कम से कम 10 प्रतिशत तक कम करने की अपील कर चुके हैं।नड्डा ने कहा कि यह छोटा लेकिन शक्तिशाली कदम बेहतर लिवर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने और देश में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) के बोझ को कम करने में मदद कर सकता है। नड्डा ने सभी से "लिवर के स्वास्थ्य का ख्याल रखने, नियमित रूप से इसकी जांच करवाने और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने" का संकल्प लेने का आह्वान किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं, लीवर हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है जो पाचन, विषहरण और ऊर्जा भंडारण जैसे आवश्यक कार्य करता है। अगर लीवर स्वस्थ नहीं है, तो पूरा शरीर पीड़ित होता है।
शिविर में सभी प्रतिभागियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर सूचित भोजन विकल्प चुनने, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, खाद्य तेल का सेवन कम से कम 10 प्रतिशत कम करने तथा मोटापे से लड़ने के बारे में जागरुकता फैलाने की शपथ ली।
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