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भोपाल । राजधानी भाेपाल में हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों से नये-नये खुलासे हो रहे हैं। आरोपी नबील ने पुलिस को बताया कि छात्राओं को गलत मंशा से रूम पर बुलाया जाता था। आरोपियों ने शहर के आसपास अपने अड्डे बना रखे थे। अब पुलिस शहर के आसपास के दूसरे जिलों में भी गिरोह का नेटवर्क फैला होने के एंगल से भी जांच कर रही है। वहीं पुलिस जैसे-जैसे इस केस की जांच में आगे बढ़ रही है, पीड़िताओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक 9 लड़कियों के वीडियो मिल चुके हैं। फरहान के दोस्त अली और साहिल के मोबाइल की जांच में भी कुछ वीडियो मिले हैं। पुलिस अब इनकी भी पड़ताल कर रही है। पुलिस अली के मोबाइल से डिलीट वीडियो रिकवर कर उसमें भी कुछ अन्य लड़कियों की पहचान की कोशिश कर रही है।
भोपाल में रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोपियों ने शहर से दूर गांव में ठिकाने बना रखे थे। हथाईखेड़ा के क्लब 90 के अलावा सीहोर जिले के बिलकिसगंज में उन्होंने कमरा किराए पर ले रखा था। दरअसल, रायसेन रोड पर कई इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। लड़कियों को प्राइवेसी और क्वालिटी टाइम बिताने का झांसा देकर आरोपी क्लब 90 में ले जाया करते थे। इसी तरह रातीबढ़ थाना इलाके में सिकंदराबाद गांव में कई इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। यहां से बिलकिसगंज महज 7-8 किलोमीटर की दूरी पर है। आरोपियों ने यहां के कई कॉलेज छात्रों से संबंध बना रखे थे। साथियों के साथ अय्याशी के लिए बिलकिसगंज वाले किराए के कमरे का इस्तेमाल करते थे। अशोका गार्डन पुलिस की पूछताछ में आरोपी फरहान, अली, साहिल और नबील लगातार खुलासे कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बिलकिसगंज में फरहान और अबरार अय्याशी किया करते थे। फरहान ने इस रूम में भी एक पीड़िता के साथ ज्यादती की है। इसका खुलासा होने के बाद पुलिस आरोपी फरहान को लेकर शुक्रवार देर रात बिलकिसगंज जा रही थी। पुलिस को यहां से साक्ष्यों की जब्ती करना थी। इससे पहले ही उसने एसआई की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की और फायर होने के बाद गोली उसे लग गई। आरोपियों ने पूछताछ में ये माना है कि उन्होंने इन वीडियो को पोर्न इंडस्ट्री में बेचने की तैयारी की थी, लेकिन अब तक बेचा नहीं है। पुलिस उनके बैंक ट्रांजेक्शन से ये पता करने में जुटी है कि इन्हें कहां-कहां से पैसा मिला है
सूत्रों के मुताबिक मामले की जांच कर रही एसआईटी अब इस गिरोह की फंडिंग कनेक्शन की भी जांच करेगी। जानकारी मिली है कि भोपाल का कोई नामी बदमाश आरोपियों को फंडिंग करता था। पकड़े गए आरोपियों में से फरहान, अली और साद तीनों महंगी लाइफस्टाइल जीते थे। जबकि उनका परिवार बहुत ही साधारण है। साधारण परिवार का होने के बावजूद फरहान के पास करीब 3 लाख की स्पोर्ट्स बाइक थी। वहीं अली को महंगी घड़ियों का शौक था। आरोपी अली के पास महंगे गैजेट्स पुलिस को मिले हैं। इसमें एप्पल मैकबुक, आईफोन जैसे महंगे गैजेट्स शामिल हैं। जांच के दौरान यह भी बात सामने आ रही है कि पीड़ित लड़कियों को आरोपी महंगे होटलों में ले जाते थे। साथ ही एक आरोपी पूछताछ में इनको लेकर कुछ नहीं बता पा रहा है। अब पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इतने महंगे गैजेट्स आए कहां से आए?
महिला आयोग की टीम भोपाल पहुंची
इधर, हाई प्रोफाइल रेप और ब्लैकमेलिंग के इस केस में राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वता: संज्ञान लिया था। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम भोपाल पहुंच चुकी है। राजधानी भोपाल में एक निजी कॉलेज की छात्राओं को लव जिहाद में फंसाने के मामले में जांच करने राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम आज से जांच शुरू करेगी। तीन सदस्यीय टीम में झारखंड की पूर्व डीजीपी निर्मल कौर के नेतृत्व में जांच करेगी। इस टीम में जबलपुर हाई कोर्ट की अधिवक्ता निर्मला नायक और आयोग के अवसर सचिव आशतोष पांडे सदस्य के रूप में शामिल हैं। टीम ने शनिवार को पुलिस अधिकारियों से केस की मौजूदा स्थिति (केस स्टेटस) की जानकारी ली। आज रविवार को भी और पुलिस के अधिकारियों से जानकारी ले सकती है। इसके आधार पर न केवल पीड़ित छात्राओं से मुलाकात कर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे, बल्कि पुलिस से भी केस की दिशा और कार्रवाई को लेकर जरूरी सवाल किए जा सकते हैं। जानकारी के अनुसार, आयोग की टीम केस में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा करने के साथ ही जांच की निष्पक्षता और पीड़िताओं को मिली सुरक्षा को लेकर भी जांच करेगी। इस आधार पर टीम अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी।
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