जगदलपुर । बस्तर संभाग में बीते दाे सप्ताह से हो रही लगातार बारिश ने तेंदूपत्ता संग्राहकों की चिंता बढ़ा दी है। खराब मौसम ने इस बार तेंदूपत्ता संग्राहकों की आस पर पानी फेर दिया है। लगातार बेमौसम बारिश होने से तेंदूपत्ता संग्रहण पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। इससे संग्रहण केंद्र में रखे तेंदूपत्तों पर धूल-मिट्टी लग गई है और पत्तों के सड़ने की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य रूक गया है और इसकी खरीद पर ग्रहण लग गया है। बारिश और बदलते मौसम के कारण कई फड़ों में खरीद का कार्य चालू भी नही हो पाया है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष संग्रहण व खरीद की शुरूआत दंतेवाड़ा से किया गया है। इसके चलते यहां पर करीब 13 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का खरीद की जा चुकी है। जबकि सुकमा में सबसे अधिक 26 हजार तेंदूपत्ता की खरीद हो चुकी है। इसके बाद जगदलपुर में खरीद धीमी गति से जारी है। सबसे चिंताजनक स्थिति बीजापुर की है, जहां अभी तक खरीद शुरू नहीं हो सकी है। बीजापुर का तेंदूपत्ता सबसे अच्छा होने के कारण यहां के तेंदूपत्ता की मांग सबसे अधिक है। अधिकारियों के अनुसार मौसम अच्छा रहा तो 5 मई के बाद यहां खरीद शुरू होगी। खराब मौसम ने इस बार तेंदूपत्ता संग्राहकों की आस पर पानी फेर दिया है। तेंदूपत्ता आदिवासियों के लिए आय का सबसे बड़ा स्राेत है। संग्रहण कार्य से बस्तर के करीब एक लाख परिवारों को रोजगार मिलता है। इससे ग्रामीण की आर्थिक मजबूती होती है। लगभग एक माह तक चलने वाले इस कार्य में बारिश सबसे बड़ा रोड़ा बन गया है। बेमौसम बारिश से एक ओर जहां तेंदूपत्ता की गुणवत्ता खराब हो रही है वहीं संग्रहण में भी परेशानी हो रही है।
मुख्य वन संरक्षक आरसी दुग्गा ने बताया कि लगातार बारिश के चलते बस्तर वृत्त में तेंदूपत्ता संग्रहण प्रभावित हुई है। आने वाले दिनों में मौसम साफ होने पर सभी खरीद केन्द्रों में तेज गति से खरीद का काम शुरू कर दिया जाएगा।