बस्तर को जोड़ने रावघाट-जगदलपुर 140 किमी नई रेल लाईन परियोजना को मिली स्वीकृति : महेश कश्यप
जगदलपुर । बस्तर की रेल मंत्रालय ने रावघाट-जगदलपुर नई रेल लाईन 140 किमी परियोजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस परियोजना पर 3513.11 करोड़ रुपये खर्च होगी, जिसका वहन केंद्रीय सरकार करेगी। केंद्र सरकार से मिली इस स्वीकृति के लिए बस्तर सांसद महेश कश्यप ने शुक्रवार काे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव सहित छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बस्तर वासियों के हित में सदैव डबल इंजन की सरकार प्रतिबद्ध है। दिल्ली में बैठकर बस्तर वासियों के रेल के लिए प्रधानमंत्री चिंता कर रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि जल्द ही बस्तर संभाग के अनेकों ऐसे अंदरूनी क्षेत्रो में भी रेल की बहार आएगी। यह सब डबल इंजन की सरकार के कारण ही संभव हो पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में रावघाट-जगदलपुर रेल परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने तीन हजार 513 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। अब जल्द ही ताड़ोकी से आगे जगदलपुर तक कुल 140 किमी का रेलवे ट्रैक बिछाने का काम शुरू किया जाएगा, इसका सारा खर्च केंद्रीय बजट से होगा। वहीं प्रस्तावित रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का काम भी लगभग पूरा कर लिया है। रावघाट-जगदलपुर रेललाइन से न केवल कोंडागांव और नारायणपुर जैसे पिछड़े जिलों को भी पहली बार रेल मानचित्र पर स्थान मिलेगा, बल्कि इससे आदिवासी अंचलों में यात्रा, पर्यटन और व्यापार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। बस्तर तक आसानी से पर्यटक पहुंचेंगे, जिससे स्थानीय रोजगार और पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे क्षेत्रीय उद्योगों और किसानों को राष्ट्रीय बाजार से जोड़ने में भी मदद करेगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह रेलमार्ग बस्तर के लिए केवल एक ट्रांसपोर्ट नेटवर्क नहीं, बल्कि एक नई जीवनरेखा है, जो लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और पर्यटन के बेहतर अवसरों से जोड़ेगा। इससे कोंडागांव, नारायणपुर, कांकेर जैसे वे जिले जो तुलनात्मक रूप से आज भी विकास की मुख्य धारा से दूर हैं, अब राष्ट्रीय विकास की धारा से सीधे जुड़ेंगे।