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रायपुर । वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने राज्य वित्त सेवा अधिकारी संघ के वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के वित्तीय प्रबंधन एवं वित्तीय अनुशासन को मजबूत बनाने में वित्त सेवा अधिकारियों की अहम भूमिका है। उन्होंने अधिकारियों से अपने दायित्वों को और अधिक पारदर्शी, जवाबदेह एवं निष्ठापूर्वक निर्वहन करने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने संघ द्वारा उठाई गई मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन भी दिया। आमसभा की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष, लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं सेवानिवृत्त प्रमुख सचिव श्री आर. एस. विश्वकर्मा ने की
छत्तीसगढ़ राज्य वित्त सेवा अधिकारी संघ द्वारा राजधानी रायपुर स्थित न्यू सर्किट हाउस के कन्वेंशन हॉल में वार्षिक आमसभा एवं स्नेह सम्मेलन का आयोजन हर्षाेल्लासपूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सेवानिवृत्त अधिकारियों के सम्मान समारोह से हुआ। मंच पर उपस्थित अतिथियों और वरिष्ठ अधिकारियों का शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। इसके उपरांत वित्त मंत्री चौधरी ने ‘सुनिधि’ स्मारिका के द्वितीय संस्करण का विमोचन करते हुए संघ की नव निर्मित वेबसाइट का विधिवत उद्घाटन किया।
संघ के अध्यक्ष डॉ. अल्पना घोष ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए आमसभा की कार्रवाई का संचालन किया तथा विभिन्न महत्वपूर्ण प्रस्ताव सदन के समक्ष रखे, जिन्हें सर्वसम्मति से पारित किया गया। कोषाध्यक्ष श्री अनिल पाठक ने संघ के आय-व्यय का विस्तृत विवरण सभा को प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में सेवानिवृत्त वित्त अधिकारियों ने अपने दीर्घ अनुभव साझा करते हुए प्रेरक व्याख्यान दिए। वहीं उपस्थित सदस्यों द्वारा प्रस्तुत विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने वातावरण को उत्साह एवं उमंग से भर दिया। इस अवसर पर वित्त विभाग की विशेष सचिव शीतल शाश्वत वर्मा, विशेष सचिव चंदन कुमार तथा कोष एवं लेखा संचालक रितेश अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का विधिवत समापन संघ के सचिव सचिन शर्मा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
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