पुनर्वास केन्द्र सुकमा में आत्मसमर्पित नक्सलियों से उप मुख्यमंत्री ने किया संवाद
सुकमा । जिले के सबसे सुदूर क्षेत्र के आत्मसमर्पित नक्सलियों को कौशल विकास के तहत राजमिस्त्री, कृषि उद्यमी और अन्य प्रशिक्षण प्रदाय कराया जा रहा है। आज शुक्रवार काे अपने सुकमा प्रवास में पहुंचे उपमुख्यमंत्री से विगत तीन माह से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे आत्मसमर्पित नक्सलियों ने सीधा संवाद किया। आत्मसमर्पित नक्सलियों ने उपमुख्यमंत्री से अपने अनुभव साझाा करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार के पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने के बाद एक बेहतर जीवन जी रहे हैं। आज शासन-प्रशासन द्वारा हमें कौशल विकास के तहत प्रशिक्षित दिया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने उनके अनुभवों को गंभीरता पूर्वक सुना और आाधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, बैंक खाता सहित सभी प्रकार आवश्यक दस्तावेज पुनर्वास केन्द्र में ही बनवाकर केन्द्र और राज्य शासन के समस्त योजनाओं का समुचित लाभ दिलाने । वहीं पुनर्वास केन्द्र में उनके दैनिक दिनचर्या से अवगत होकर और भी गतिविधियों को शामिल कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने आवश्यक पहल करने, एक्सपोजर विजिट कराकर बाहरी दुनिया का भ्रमण कराने रायपुर, जगदलपुर जैसे शहर ले जाने के निर्देश दिए । ज्यादातर लोग पढ़ाई नहीं किए है उनको साक्षर बनाने के लिए आवश्यक पहल करते हुए दिनचर्या में शामिल कर खेलकूद, मनोरंजन, देशभक्ति फिल्में दिखाने सहित उनको नियमित आमदनी के स्त्रोत हासिल हो सके उस दिशा विशेष प्रयास करने के निर्देश कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत को दिए।
इस दाैरान सचिव पंचायत विभाग भीम सिंग, कमिश्नर डोमन सिंह, बस्तर आईजी सुंदरराज पी., सुकमा कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव, सुकमा एसपी किरण गंगाराम चव्हाण, सीईओ जिला पंचायत नम्रता जैन, राज्य महिला आयोग की सदस्य दीपिका सोरी, जनप्रतिनिधि धनीराम बारसे, जिला पंचायत सदस्य हुंगाराम मरकाम सहित अन्य उपस्थित थे।