Since: 23-09-2009
गंगईकोंडा चोलपुरम । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तमिलनाडु की अपनी आधिकारिक यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन रविवार को अरियालुर जिले में यूनेस्को धरोहर स्थल गंगईकोंडा चोलपुरम स्थित बृहदेश्वर मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की और देशवासियों के लिए सुख-शांति की कामना की।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित मंदिर कार्यक्रम में भाग लेने से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिची शहर में एक रोड शो भी किया। उन्होंने एक निजी होटल से त्रिची हवाई अड्डे तक लगभग 8 किलोमीटर की दूरी तय की। रास्ते में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के दूसरे दिन चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती में भाग लिया, जिन्होंने 1,000 साल पहले गंगा और दक्षिण पूर्व एशिया, आधुनिक (केडा) मलेशिया में एक सैन्य समुद्री अभियान चलाया था, जिसके कारण उन्हें गंगईकोंडान और केदारंकोंडन की उपाधियां मिलीं।
उल्लेखनीय है कि यह उत्सव राजेंद्र चोल की दक्षिण पूर्व एशिया की समुद्री यात्रा के 1,000 वर्ष पूरे होने तथा गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर के निर्माण की शुरुआत की भी याद में आयोजित किया गया। यह मंदिर चोल वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण माना जाता है। आदि तिरुवथिरई महोत्सव 23 जुलाई को शुरू हुआ था और 27 जुलाई यानी आज रविवार को इसका समापन हो रहा है।
MadhyaBharat
|
All Rights Reserved ©2025 MadhyaBharat News.
Created By:
Medha Innovation & Development |