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अंबिकापुर । छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के ग्राम जामा में तेंदूपत्ता संग्राहकों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। मई 2025 में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य पूरा करने के बावजूद अब तक इन्हें मेहनताना नहीं मिला है। भुगतान की आस में ग्रामीण बार-बार वन विभाग कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, जबकि खेती के लिए उन्हें कर्ज का सहारा लेना पड़ा।
सोमवार को गांव के 40 से अधिक संग्राहक लखनपुर वन विभाग कार्यालय पहुंचे और पोषक अधिकारी प्रेम सिंह से मुलाकात कर जल्द भुगतान की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने मई में जंगल से तेंदूपत्ता तोड़कर गड्डियों के रूप में फड़ मुंशी को जमा किया था, जिसकी राशि सीधे उनके खातों में आनी थी। लेकिन दो महीने गुजरने के बाद भी उन्हें एक रुपया तक नहीं मिला है।
भुगतान में देरी की वजह से गांव के कई किसान खरीफ फसल की बुआई के लिए मजबूरी में कर्ज लेकर खेती कर रहे हैं। वहीं, रोजाना कार्यालयों के चक्कर लगाने के बावजूद उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है।
इस संबंध में लघु वनोपज प्रबंधक क्षितिज कुमार सिंह ने साेमवार की देर शाम काे बताया कि कई संग्राहकों की ई-केवाईसी पूरी नहीं होने की वजह से भुगतान प्रक्रिया अटक गई है। हालांकि, इनका नाम ऑफलाइन सूची के माध्यम से अंबिकापुर और रायपुर कार्यालय भेजा गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही सभी पात्र संग्राहकों को उनकी राशि का भुगतान करा दिया जाएगा।
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