बलरामपुर । छत्तीसगढ़ जिले के बलरामपुर जिले में फर्जी दस्तावेज तैयार कर आंगनबाड़ी सहायिका की नौकरी हासिल करने के मामले में कलेक्टर राजेंद्र कटारा के द्वारा जांच टीम गठित की गई थी। जांच के बाद अब सभी चारों महिला आरोपितों को शंकरगढ़ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने साेमवार काे विज्ञप्ति जारी कर बताया कि, शंकरगढ़ थाने में इस मामले की शिकायत कुसमी के प्रभारी परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना के द्वारा की गई थी। अनुभाग शंकरगढ़ में सन् 2024-25 में हुए आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत पर कलेक्टर बलरामपुर के द्वारा गठित जांच कमिटी को आंगनबाड़ी बेहराटोली जार्गिम, कटहरपारा महुआडीह, धाजापाठ कोठली, डूमरपानी बेलकोना में चयनित सहायिकाओ द्वारा अन्य आरोपितों के साथ मिलकर कक्षा आठवीं की फर्जी मार्कशीट तैयार कर नौकरी हासिल कर ली थी।
चयनित चारों सहायिकाओं एवं अन्य सहयोगियों के विरुद्ध शंकरगढ़ थाने में अपराध क्रमांक-115/2025 धारा-318(2), 318(4),338,336(3),340(2),61(2) भारतीय न्याय संहिता पंजीबद्ध कर विवेचना दौरान फर्जी अंकसूची के आधार पर चयनित हुई चारों सहायिका अरमाना (उम्र 29 वर्ष) निवासी जारगीम, रिजवाना (उम्र 33 वर्ष) निवासी महुआडीह, प्रियंका यादव (उम्र 27 वर्ष) निवासी कोठली, सुशीला सिंह (उम्र 26 वर्ष) बेलकोना सभी थाना शंकरगढ़ निवासी को विधिवत हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया गया है। इस मामले के अन्य पहलुओं पर विवेचना जारी है।