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ग्राम घोटिया में ईसाई पादरियों व धर्मांतरिताें के प्रवेश पर रोक
jagdalpur, Ban on entry , Christian priests
जगदलपुर । बस्तर संभाग का आदिवासी समाज धर्मांतरण को लेकर जागरूक हाे गया है और अब इसका मुखर विराेध का सिलसिला शुरू हाे गया है। भानुप्रतापपुर ब्लॉक के ग्राम घोटिया में आदिवासी समाज के लोग धर्मांतरित ना हो लगातार इसके लिए उन्होंने एक मुहिम भी चला रखी है। वहीं ग्राम घोटिया में ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर एक बोर्ड लगाया गया, जिसमें ईसाई पादरियों एवं धर्मांतरित व्यक्तियों के ग्राम घोटिया में प्रवेश पर रोक लगाने की सूचना देते हुए बाेर्ड लगा दिया है । साथ ही बोर्ड बकायदा संविधान की अनुरूप नियम कायदा भी लिखा गया है। इस दौरान सुरेंद्र उयके, भारत जैन, जिला उपाध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज ज्ञान सिंह गौर, देवेंद्र टेकाम एवं ग्रामीण माैजूद थे। विदित हाे कि छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में लगातार धर्मांतरण को लेकर आदिवासी बहुल क्षेत्रों में विवाद होता रहता है, विवाद की स्थिति धर्मांतरित मृतक के शव को कफन दफन को लेकर होता है। क्योंकि बस्तर में आदिवासी रूढ़िवादी परंपरा को मानते है, जिसमें कोई भी व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद ग्रामीण या आदिवासी परंपरा के अनुसार शव को दफन किया जाता है । जबकि धर्मांतरित ईसाई समाज में मूल धर्म की परम्परा से इतर होता है।
 

उल्लेखनीय है कि, भानुप्रतापपुर ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम कुडाल में ग्रामीणों ने एक अनोखी पहल की शुरूआत की जिसमें गांव के चारों ओर एक एक बोर्ड लगाया गया है जिसमें पास्टर और पादरी को गांव में घुसने पर पूर्ण प्रतिबंध है। साथ ही बोर्ड बकायदा संविधान की अनुरूप नियम कायदा भी लिखा गया है। इस तरह की पहल करने वाला कांकेर जिला में पहला गांव ग्राम कुडाल में लगभग 9 धर्मांतरित परिवार है। 10 दिन पहले धर्मांतरित परिवार के एक महिला की मृत्यु होने के बाद कफन दफन को लेकर गांव में बवाल हुआ था जिसके बाद ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर पास्टर पादरी को गांव में आने से सख्त मना किया गया है। इस तरह की पहल करने वाला कांकेर जिले में पहला गांव ग्राम कुडाल में लगभग 9 धर्मांतरित परिवार है। 10 दिन पहले धर्मांतरित परिवार के एक महिला की मृत्यु होने के बाद कफन दफन को लेकर गांव में बवाल हुआ था जिसके बाद ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर पास्टर पादरी को गांव में आने से सख्त मना किया गया है। इसके बाद यह सिलसिला अन्य ग्रामाें में भी दिखने लगा है, इसी कड़ी में भानुप्रतापपुर ब्लॉक के ग्राम घोटिया में आदिवासी समाज ने भी ईसाई पादरियों एवं धर्मांतरित व्यक्तियों के ग्राम घोटिया में प्रवेश पर रोक लगा दी है।

MadhyaBharat 26 August 2025

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