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जबलपुर । नौ दिवसीय शक्ति उपासना के पर्व के समापन अवसर पर संस्कारधानी का ऐतिहासिक दशहरा चल समारोह भव्यता के साथ निकाला गया। दशहरा चल समारोह का शुभारंभ महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’, विधायक एवं पूर्व केबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया, विधायक अभिलाष पांडेय,सहित सन्त महात्माओं एवं गणमान्य नागरिकों ने किया। महापौर ने प्रथम पूजन अर्चन के साथ प्रभु श्री राम की आरती उतारी।
इस ऐतिहासिक दशहरा चल समारोह में शहर की प्रसिद्ध रामलीला, जिसका इतिहास लगभग 150 वर्ष का है, गोविंदगंज रामलीला समिति ने नेतृत्व किया। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के साथ लंकेश रावण के युद्ध की चलित झांकी भी चल समारोह में प्रदर्शित की गई। रामलीला के पश्चात शहर में स्थापित प्रमुख प्रतिमाएं इस दशहरा चल समारोह में शामिल हुई। स्वर्ण आभूषणों से सुसज्जित मां दुर्गा की प्रतिमाएं क्रमशः सुनरहाई दुर्गा उत्सव समिति, नुनहाई दुर्गा उत्सव समिति, राष्ट्रीय दुर्गोत्सव समिति, नवज्योति दुर्गा उत्सव समिति सहित बृहद महाकाली समिति की प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र रही।
इस अवसर पर दशहरा चल समारोह के संयोजक पूर्व कैबिनेट मंत्री विधायक लखन घनघोरिया ने बताया की इस गौरवशाली परंपरा का निर्वहन सतत रूप से आगे बढ़ता रहे इसके लिए अनेक प्रयास किए गए। उन्होंने कहा संस्कारधानी का ऐतिहासिक दशहरा चल समारोह पूरे भारत में दूसरे नंबर पर है। हमारी सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए एवं इस दशहरा चल समारोह को संचालित करने के लिए शहर की प्रमुख दुर्गा उत्सव समितियां का मैं धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। यह परंपरा आगामी पीढ़ियों तक इसी तरह कायम रहे इसके लिए मां भगवती से प्रार्थना करता हूं। उत्तर मध्य के विधायक डॉ अभिलाष पांडे ने इस दशहरा चल समारोह की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन को निर्देश दिए थे। मैं स्वयं सुबह तक चलने वाले दशहरा चल समारोह की दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन स्थल पर मौजूद रहा। ईश्वर क्रेन के माध्यम से विशाल प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था की गई।
इस दशहरा चल समारोह में जुलूस मार्ग के दोनों और विभिन्न स्वागत मंच लग रहे जिनसे भगवान श्री राम सहित दुर्गा प्रतिमाओं का पूजन अर्चन किया गया।
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