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भोपाल । मध्य प्रदेश में मानसून की विदाई के बाद भी लो प्रेशर एरिया और ट्रफ की एक्टिविटी होने से बारिश का दौर जारी है। सोमवार को प्रदेश में कई जगह बूंदा-बांदी हो रही है। इटारसी के तवा डैम के जलस्तर को काबू पर रखने के लिए सोमवार सुबह 3 गेट खोले गए हैं। गुना में खेतों पर सूख रही मक्का फसल बारिश के चलते खराब हो गई। सोमवार को किसान फसल को खेतों से निकालने में लगे रहे। श्योपुर में खुले में रखी धान की फसल गीली हो गई। तिरपाल ढककर फसल को बचाने की कोशिश की जा रही है।
तवा डैम में बढ़ते जलस्तर को काबू में करने के लिए प्रशासन ने सोमवार सुबह 11 बजे से तीन गेट खोल दिए हैं। इन गेटों को 3-3 फीट की ऊंचाई तक खोला गया है, जिससे बांध से 16,070 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। कार्यपालन यंत्री एन. के. सूर्यवंशी के अनुसार, डैम का वर्तमान जलस्तर 1166.30 फीट दर्ज किया गया है। जलग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बरसात के कारण बांध में पानी की आवक बनी हुई है।
शिवपुरी जिले के करैरा क्षेत्र में किसानों की परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रहीं। भारी बारिश से फसलों के नुकसान के बाद अब खाद की किल्लत ने किसानों को मुश्किल में डाल दिया है। सोमवार को लगातार हो रही बारिश के बीच भी किसान, महिलाएं और बच्चे घंटों लाइन में खड़े होकर खाद का टोकन पाने की उम्मीद में भीगते रहे। श्योपुर मे सोमवार को फिर से शुरू हुई बारिश ने किसानों की चिंता और बढ़ा दी है। किसानों का कटाई के बाद खुले में रखा धान भीग रहा है। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है।किलगाबड़ी गांव के किसान बसंत सिंह का खुले में रखा करीब 12 ट्रॉली धान पूरी तरह भीग गया।
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