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श्रीकाकुलम । श्रीकाकुलम जिले के काशी बुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शुक्रवार को भगदड़ मचने से नौ लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इस घटना के बारे में पूरी जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है। हादसे के समय 25 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन पाने के लिए कतार में खड़े थे। जिला प्रशासन ने घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस प्रशासन के अनुसार आज एकादशी होने के कारण काशी बुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ था। बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। भीड़ के कारण मंदिर की रेलिंग टूट गई और श्रद्धालु नीचे गिर गए। बाद में भगदड़ मच गई। इस हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद घायलों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। स्थानीय विधायक गौतु शीर्षा भी राहत कार्यों में जुटी है और जिले के बाहर से भी एंबुलेंस बुलाया गया है।
इस मंदिर का निर्माण हरि मुकुंद पांडा परिवार ने तिरुमला में दर्शन न कर पाने के कारण दस साल पहले 12 एकड़ ज़मीन लगभग 20 करोड़ की लागत से किया था। यह काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर उत्तर आंध्र के छोटा तिरुपति के रूप में प्रसिद्ध है। चिन्न तिरुपति के रूप में प्रसिद्ध होने के बाद से यहां बड़ी संख्या में भक्त उमड़ पड़े हैं। मंदिर प्रशासन पर आरोप है कि एकादशी के अवसर पर मंदिर प्रशासन और कर्मचारियों ने भक्तों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की। न्यूनतम सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई गईं। लापरवाही और मंदिर कर्मचारियों की उदासीनता ही इस दुर्घटना का मुख्य कारण है।
हालांकि, मंदिर के आसपास के क्षेत्र में फिलहाल भारी तनाव है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई है और स्थिति को नियंत्रित कर रही है। जिला प्रशासन ने घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं। यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में कोई लापरवाही थी। इस बीच राज्य मंत्री अनम राम नारायण रेड्डी ने इस भगदड़ की घटना के बारे में पूछताछ की।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने कहा कि श्रीकाकुलम ज़िले के काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ की घटना ने उन्हें झकझोर कर रख दिया है। यह बेहद दुखद है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैंने अधिकारियों को घायलों को शीघ्र उपचार प्रदान करने का आदेश दिया है। चंद्रबाबू ने कहा कि मैंने स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से घटनास्थल पर जाकर राहत कार्यों की निगरानी करने को कहा है।
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