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आईएएस संतोष वर्मा के ब्राह्मण बेटियों वाले बयान पर मचा बवाल
bhopal, IAS Santosh Verma
भोपाल। मध्य प्रदेश में ब्राह्मण बेटियों को लेकर आईएएस संतोष वर्मा के विवादित बयान ने बड़ा राजनीतिक और सामाजिक हंगामा खड़ा कर दिया है। अजाक्स नेता वर्मा ने बीते रविवार को कहा था कि “जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या संबंध नहीं बनाता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।” उनके इस बयान के बाद कई संगठनों में आक्रोश है।


आईएएस वर्मा को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए हिंदू उत्सव समिति, भोपाल के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी भी आपा खो बैठे और उन्होंने कहा कि संतोष वर्मा को अपनी पत्नी को ब्राह्मणों के यहां भेज देना चाहिए। तिवारी का यह बयान भी महिला विरोधी बताकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया का कारण बना है। कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।


चंद्रशेखर तिवारी ने यह जरूर कहा कि आईएएस संतोष वर्मा को अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए, लेकिन खुद द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर वे विरोध के घेरे में आ गए हैं। संतोष वर्मा का बयान जाति और बेटियों को लेकर अत्यंत आपत्तिजनक बताया गया। तिवारी का बयान महिलाओं की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाला माना गया।दोनों ही बयानों को समाजिक संगठनों और बुद्धिजीवियों ने अनुचित बताया है।


हालांकि, अजाक्स के प्रांताध्यक्ष आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा ने ब्राह्मण की बेटियों को लेकर अपने बयान पर माफी मांगी है। उन्होंमें कहा है कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। मेरा भाषण 27 मिनट का था, लेकिन 2 सेकंड की क्लिप को चलाकर इसे प्रचारित किया गया है।


वर्मा के इस बयान पर सपाक्स के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने कहा कि इससे घटिया, निकृष्ट और निंदनीय स्टेटमेंट कोई और नहीं हो सकता। जो अपनी बेटी और दूसरे की बेटी में इतना फर्क करता हो, उसके लिए कोई शब्द नहीं है। अजाक्स हो, सपाक्स हो या अपाक्स हो, कोई भी वर्ग वाले हों, ऐसे लोगों का बहिष्कार होना चाहिए। सरकार को भी इन्हें बाहर करना चाहिए क्योंकि ऐसे आदमी को सार्वजनिक पद पर रहने का अधिकार नहीं है। पुलिस को एफआईआर दर्ज कर इसे गिरफ्तार करना चाहिए।


'मुंह काला करने पर 51 हजार का इनाम घोषित'
वहीं, राष्ट्रीय सनातन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगवती प्रसाद शुक्ल ने कहा कि इस तरह के बयान जब देश में आते हैं तो कहीं न कहीं समाज को तोड़ने का काम करते हैं। संतोष वर्मा का का बयान घोर निंदनीय है। यह ब्राह्मण समाज को टारगेट करके बहन बेटी का बयान गलत है। उन्होंने मुख्यमंत्री से संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांगी। साथ ही कहा कि जो वर्मा का मुंह काला करेगा उसे 51000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। राष्ट्रीय सनातन सेना ने संतोष वर्मा को आतंकवादी कहा। सनातन सेना ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी।


बयान घोर आपत्तिजनक हैः केंद्रीय मंत्री दुबे
आईएएस संतोष वर्मा के बयान पर केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने एक्स पर लिखा कि एक वरिष्ठ अधिकारी का इस प्रकार का जातिगत और स्त्री विरोधी बयान न केवल घोर आपत्तिजनक है, बल्कि समाज को बांटने वाली मानसिकता का खुला प्रमाण भी है। मैं स्वयं एक ब्राह्मण हूं और हमारी परंपरा ‘सम्मान’ सिखाती है, ‘अपमान’ नहीं। आप जैसे लोग आरक्षण की बहस तो दूर, बुनियादी मानवीय संवेदनाओं की परीक्षा में भी फेल हो जाते हैं।


 हिंदू एकता भंग करना चाहते हैं
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा- कुछ जातिवादी लोग हिंदू एकता को भंग करना चाहते हैं। अपराधी मानसिकता किसी की नहीं चलेगी। सनातन एकता रहेगी। हिंदू एक था, एक है और रहेगा। सब बेटियों का सम्मान है, सब बेटियां सुरक्षित हैं। मामले में बीजेपी के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि बेटी किसी की भी हो, सबकी बेटी एक जैसी ही पूज्य है। जो भारतीय समाज बेटियों में देवी के दर्शन करता है, उस समाज का कोई उच्च अधिकारी ऐसे निकृष्ट विचार रखे,यह कृत्य घिनौना है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अपने निकृष्ट सोच की तुष्टि के लिए बेटियों की मर्यादा को तार तार करने वाला भारतीय प्रशासनिक सेवा के लायक तो कतई नहीं है। इसे समाज से दंड मिलना चाहिए और कानून से भी।


ब्राह्मण समाज ने की गिरफ्तारी की मांग
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्र ने कहा- भारतीय जनता पार्टी की सरकार में जहां लाड़ली लक्ष्मी, लाड़ली बहना योजना चलाई जाती हों...देश के प्रधानमंत्री बेटी-बचाओ, बेटी-बढ़ाओ अभियान चलाते हों... उस सरकार में एक अखिल भारतीय सेवा के अधिकारी द्वारा बेटियों के संबंध में अनर्गल टिप्पणी करना ठीक नहीं है। जब तक आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा को निलंबित करके गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक ब्राह्मण समाज शांत नहीं बैठेगा। वहीं, इस बयान पर भोपाल हिंदू उत्सव समिति और संस्कृति बचाओ मंच ने भी कड़ा ऐतराज जताया है।


मंत्रालय अधिकारी-कर्मचारी संघ ने सौंपा ज्ञापन
मंत्रालय अधिकारी-कर्मचारी संघ ने आईएएस अफसर संतोष वर्मा के विवादित बयान के विरोध में कार्रवाई की मांग का ज्ञापन सौंपा। संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक के नेतृत्व में यह ज्ञापन डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला को दिया गया। पहले मंत्रालय में प्रदर्शन की चर्चा थी, लेकिन अंततः कोई प्रदर्शन नहीं किया गया।

 

MadhyaBharat 26 November 2025

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