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लीना मणिमेकलई कई बार रहीं विवादों में
इन दिनों फिल्म को प्रमोट करने का फिल्म निर्माताओं और फ़िल्मी हस्तियों ने नया ट्रेंड निकाल लिया है। जिसे मुफ्त की पब्लिसिटी कहना ज्यादा सार्थक होगा। फिल्म निर्माण होने के बाद एक फोटो या दृश्य ऐसा डाला जाता है जिसे समाज स्वीकार नहीं करता। और वहीं से शुरू होती है फिल्म की फ्री में पब्लिसिटी। अब ऐसा ही कुछ करने में जुटी है लीना मणिमेकलाई। लीना मणिमेकलाई हमेशा अपने बोल वचनों से विवाद में रही हैं। लीना मणिमेकलाई फिल्म 'काली' का प्रमोशन फ्री में करने के लिए विवादित पोस्टर डाला। और वह विवाद अब थमता नजर नहीं आ रहा है। कई प्रदेशों में इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वैसे लीना मणिमेकलाई को ये पता है कि हिन्दू भावनाओं को अगर ठेस पहुंचाया जाय तो फिल्म का प्रमोशन फ्री में सही ढंग से हो जायेगा। ऐसा पहली बार नहीं है। ये पहले के फिल्म निर्माताओं ने भी किया है। फिर चाहे वो प्रकाश झा हो या अन्य फिल्म निर्माता। फिल्मकार लीना मणिमेकलई ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर को शेयर कर विवाद खड़ा कर दिया है। लीना ने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें शिव और पार्वती के वेश में 2 कलाकार सिगरेट पीते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि विवादित पोस्टर को लेकर हंगामे के बाद लीना के खिलाफ कई राज्यों में FIR दर्ज की जा चुकी है। लीना ने अपने खिलाफ दर्ज मामलों को लेकर भी कहा है कि भारत सबसे बड़ा हेट मशीन बन गया है। देश को अपमानित करते हुए लीना ने कहा कि मुझे सेंसर करने की कोशिश की जा रही है और कहीं भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हूं। लीना अपने कामों की वजह से कम और विवादों की वजह से ज्यादा चर्चा में रहना पसंद करती हैं।
ये पहली बार नहीं है कि लीना मणिमेकलाई अपने बोल वचनों की वजह से चर्चा में है। इससे पहले वे नरेंद्र मोदी के पीएम बनने से पहले भी सुर्खियां बटोर चुकी थी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था की 'मैं कसम खाती हूं कि अगर मोदी मेरे जीवन में कभी भी भारत के प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो मैं अपना पासपोर्ट, पैन कार्ड, राशन गाड़ी और अपनी नागरिकता सरेंडर कर दूंगी।' हालांकि उन्होंने खाई हुई कसम उसी तरह निभाई जिस तरह दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले अरविंद केजरीवाल ने अपने बच्चों की कसम खाई थी। लीना ने भगवान राम को लेकर भी कुछ ट्वीट किए थे। लीना मणिमेकलई का 2020 का एक ट्वीट भी वायरल हो रहा है, जिसमें लीना ने भगवान राम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। लीना ने अपने ट्वीट में लिखा था कि 'राम भगवान नहीं हैं। वह केवल भारतीय जनता पार्टी की ओर से बनाई गई एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन है।
बहरहाल लीना की ट्वीट का ट्विटर ने आपत्ति के बाद संज्ञान लिया। ट्विटर जो मनमाने ढंग से पहले चीजों को बढ़ने देता है ,और हंगामे के बाद हटाता है। जैसा इस पोस्टर के बाद किया गया। कनाडा के टोरंटो में आगा खान म्यूजियम में प्रदर्शित किया जाना था इस फिल्म को , लेकिन म्यूजियम ने अब कनाडा में भारतीय उच्चायोग की आपत्तियों के बाद फिल्म के प्रसारण पर रोक लगा दी है और लिखित में माफी भी मांग ली है।
हिन्दू भावनाओं को भड़काकर फ्री में फिल्म की पब्लिसिटी का एक नायब तरीका निकाल लिया गया है। लेकिन समझ से ये परे है कि जब फिल्मे बनती हैं तब सेन्सर बोर्ड और फिल्म की निगरानी रखने वाले कहां गायब रहते हैं। क्या वे भी फ्री में फिल्म के प्रमोशन को प्रमोट करते हैं। ऐसे पोस्टरों को लगाने की परमिशन कहाँ से मिल जाती है। ट्विटर से लेकर सारे सोशल मीडिया में विवादित और हिन्दू विरोधी पोस्टर कैसे ख्याति पा जाते हैं। विवाद के बाद पोस्टर तो हट जाते हैं लेकिन फ्री प्रमोशन के साथ कई सवाल छोड़ जाते हैं। इतने में भी जब लीना का मन नहीं भरा तो उन्होंने भारत को ही कोसना शुरू कर दिया। जिसमें उन्होंने कहा भारत सबसे बड़ा हेट मशीन बन गया है।
अब सवाल समाज से भी है कि आखिर क्यों ये विवादित फिल्मे इतनी कमाई कर लेती है ... क्या देश विरोधी और भावनाओं को आहत पहुंचाने वालों की फिल्में देखना जरूरी है। क्या हम वकाय इन फिल्मों का बहिष्कार नहीं कर सकते ... ताकि फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गजों के गाल पर ये करारा तमाचा हो ... जो हिन्दू सहित अन्य धर्मों की भावनाओं को भड़काकर या उनका मजाक बनाकर कमाई करते हैं ...क्या यही हमेशा चलता रहेगा ... अब सही मायने में समाज को आगे आने की जरूरत है
MadhyaBharat
7 July 2022
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