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राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भागने से नाराज
श्रीलंका की स्थिति बेहद खराब है। IMF से बेल आउट पैकेज की राह देख रहे परिवारवाद और फ्री की राजनीति के चलते श्रीलंका बर्बाद हो चूका है। गृह युद्ध जारी है। राष्ट्रपति गोटाभाया राजपक्षे भाग गए हैं। इस बीच अब श्रीलंका में प्रदर्शनकारी और उत्तेजित हैं। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भागने से लोगों में एक बार फिर गुस्सा भड़क गया है। बुधवार सुबह जैसे ही खबर आई कि राष्ट्रपति ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है। वो पत्नी समेत मालदीव भाग गए हैं तो हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी कोलंबो में जुटने लगे। अब ये प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़ रहे हैं। आशंका जताई जा रही है है कि प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन की तर्ज पर पीएम आवास पर भी कब्जा करना चाहते हैं। अभी श्रीलंका के प्रधानमंत्री कार्यकारी राष्ट्रपति होंगे और इसके साथ ही नई सरकार के गठन की कार्रवाई शुरू की जाएगी। अनाज और ईंधन की कमी से जूझ रहे श्रीलंका के लोगों को उम्मीद है कि नई सरकार के गठन के बाद हालाता सामान्य होंगे। भारतीय उच्चायोग ने इन मीडिया रिपोर्टों का खंडन करता है कि भारत ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे की हाल ही में श्रीलंका से बाहर की यात्रा के लिए सुविधाएं मुहैया की। कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने इन खबरों का खंडन किया है। देश की राजधानी कोलंबो में एक बार फिर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी अब प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़ रहे हैं। श्रीलंका इमिग्रेशन एवं एमिग्रेशन आफिसर्स एसोसिएशन ने बताया कि अधिकारियों ने बासिल को वीआइपी टर्मिनल का इस्तेमाल करने देने से रोक दिया। दुबई जाने वाली अमीरात एयरलाइंस की उड़ान के यात्रियों ने भी बासिल के छोड़ने का विरोध किया। इसके चलते 71 वर्षीय राजपक्षे को एयरपोर्ट से वापस लौटना पड़ा।
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