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आतंकी कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए बना रहे निशाना
एक बार फिर दक्षिण कश्मीर में टारगेट किलिंग हुई है। शोपियां के छोटेपोरा इलाके में आतंकियों ने सेब के बाग में काम कर रहे दो भाइयों पर फायरिंग की। जिसमे एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल है। मृतक की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर हमलावरों की तलाश शुरु कर दी है। घायल भाई को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसकी हालत में सुधार है। माना जा रहा है कि टारगेटेड किलिंग पाकिस्तान की कश्मीर में अशांति फैलाने की नई योजना है। आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजनाओं पर पानी फेरना है। आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही कश्मीर में टारगेटेड किलिंग कि घटनाएं बढ़ी हैं। जिसमें खासतौर पर आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों, प्रवासी कामगारों और यहां तक कि सरकार या पुलिस में काम करने वाले उन स्थानीय मुस्लिमों को भी सॉफ्ट टागरेट बनाया है। 7 मई से 3 जून के बीच 9 लोगों की हत्या कर दी गई थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2022 में टारगेट किलिंग के 16 मामले सामने आए। बांदीपोरा जिले में भी आतंकवादियों ने आधी रात को बिहार के एक प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आतंकियों का मकसद है कि आतंक और टारगेट किलिंग के जरिये लोगों में दहशत फैलाई जाए। देखा जा रहा 370 धरा हटी है टारगेट किलिंग बढ़ गई है। कश्मीरी पंडितों को आतंकी अपना ज्यादा टारगेट बना रहे हैं। ताकि पुनर्वास को रोका जा सके। अब सरकार को इसमें कड़ा एक्शन लेने की जरुरत है।
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