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सचिन पायलट के सीएम बनने का जताया विरोध
राजस्थान में सियासी उठापटक जारी है। राजस्थान के करीब 92 विधायकों ने इस्तीफे की पेशकस कर दी है। ये विधायक नहीं चाहते की सचिन पायलट को अशोक गहलोत की जगह मुख्यमंत्री बनाया जाय। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने साफ कर दिया है कि उन्हें राजस्थान में सचिन पायलट को सत्ता सौंपना मंजूर नहीं है.राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष पद के अनाउंसमेंट के बाद गहलोत गुट के सभी विधायकों ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है.रविवार की देर शाम गहलोत गुट के 92 विधायकों ने स्पीकर को सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया.गहलोत गुट का दावा है कि उनके खेमे में 92 विधायक हैं. वहीं सचिन पायलट को महज 16 ही विधायकों का समर्थन बताया जा रहा है.विधायकों की मांग है कि पार्टी हाईकमान उनकी राय लेकर ही अगले मुख्यमंत्री के नाम का चुनाव करें.गहलोत गुट के सभी विधायक स्पीकर सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंपने पहुंच गए हैं. इस बीच खुद स्पीकर सीपी जोशी के भी इस्तीफे की खबर सामने आ रही है.विधायक इस बात से खफा हैं कि CM अशोक गहलोत उनसे सलाह लिए बिना फैसला कैसे ले सकते हैं. दरअसल कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव के चलते राजस्थान में सियासी भूचाल बना हुआ है। माना जा कांग्रेस से राजस्थान के मुख्यमंत्री पार्टी के अध्यक्ष बन सकते हैं। राहुल गांधी किया है की कांग्रेस का अध्यक्ष कोई गैर गांधी परिवार से ही होगा। कांग्रेस में 17 तारिख को चुनाव है। वहीं 19 तारिख को रिजल्ट आ जायेंगे। इसके लिए 24 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आपको बता दें कांग्रेस में अब तक गाँधी परिवार के पास करीब 36 साल तक कांग्रेस का पद रहा है। 70 साल में अधिक समय तक एक ही परिवार का रहा है। इसको लेकर बीजेपी समेत कई बार विपक्ष ने हमला बोला है। अगर बात करें नामांकन कि तो शशि थरूर जो की दक्षिण से आते हैं। इसके साथ मनीष तिवारी जो पंजाब से आते हैं भी चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं दिग्विजय सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए मना कर दिया गया है। वहीं बात करें अशोक गहलोत की वे मुख्यमंत्री भी हैं और बड़े राज्य में कांग्रेस का अनुभव भी है।उन्हें राजनीति का जादूगर भी कहा जाता है। हालाँकि अशोक गहलोत ने भी मना किया था की उन्हें प्रसिडेंट नहीं बनना है। उधर राहुल गाँधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। कई किलोमीटर वे पैदल चलकर लोगों से मिल रहे हैं। लोगों की परेशानियां समझ रहे हैं। अक्सर राजनेता पोलिटिकल पदयात्रा निकालते हैं। उधर बीजेपी पर आरोप है की वो ऑपरेशन लोटस चलाती है। इसका मतलब बीजेपी धनबल से विधायक खरीदते हैं। एक बार सचिन पायलट भी कुछ विधायकों गायब थे। जिसको लेकर कई तरह के कयास लगाए गए। कहा जाता की पायलट सीएम बनना चाह रहे थे। इसलिए ऐसा हुआ था। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे को ने राजस्थान से सीएम पद के लिए पायलट को बुलाया है। वहीं गहलोत समर्थक इसका विरोध कर रहे हैं। अब गहलोत गुट का कहना है की जिन विधायकों ने सरकार बचाई थी उसी में से एक मुख्यमंत्री बने। या फिर गहलोत ही मुख्यमंत्री का चुनाव करें। कांग्रेस संगठन महासचिव वेणुगोपाल ने इन सब नजरे बना रखी हैं।
MadhyaBharat
26 September 2022
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