Since: 23-09-2009
मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हुई
बिहार के सारण जिले में तीन और लोगों की मौत के साथ ही जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है। सबसे अधिक 23 लोगों की मौत मसरख प्रखंड में हुई हैं जबकि इसुआपुर, अमनौर और मरहौरा इलाकों में 14 लोग मारे गये हैं। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि 19 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें छह की हालत गंभीर है। कुछ लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है।
आकाशवाणी समाचार से बातचीत में सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा कि नकली शराब के धंधे में लिप्त दोषियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। मीणा ने कहा कि पूछताछ के लिए 30 लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है। मसरख के थाना प्रभारी और चौकीदार को कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि शराबबंदी के बाद राज्य में जहरीली शराब से अब तक एक हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। बिहार विधानसभा में जहरीली शराब त्रासदी को लेकर हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी भाजपा ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की। विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने आरोप लगाया कि सदन में विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी पार्टी शराबबंदी में सहयोग नहीं कर रही है। श्री कुमार ने कहा कि नकली शराब बनाने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जायेगी।
MadhyaBharat
15 December 2022
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|