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जगदलपुर। बस्तर जिले के ग्राम भेजरीपदर में हुए विवाद को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने 6 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया जिसमें पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजजा दिनेश कश्यप, किरण देव, राजाराम तोड़ेम एवं शिवनारायण पांड़े को शामिल किया गया। मंगलवार को भाजपा के उक्त समिति के सदस्य एवं अन्य भाजपा के नेता ग्राम भेजरीपदर के लिए रवाना हुए लेकिन पुलिस ने मार्ग अवरूद्ध कर दिया था। जिसके बाद भाजपा नेता पैदल ही दूसरे मार्ग से ग्राम भेजरीपदर पंहुचे जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। ग्रामीणों ने भाजपा की 6 सदस्यीय जांच समिति के समक्ष अपनी बातें रखी।
भाजपा के 6 सदस्यीय जांच समिति को ग्रामीणों ने बताया कि, 19 मार्च की रात को भेजरीपदर गांव की धर्मांतरित हो चुकी महिला माते बेको की मृत्यु हो गई थी, उनके परिजन गांव में स्थित श्मशान में महिला के शव को दफनाने जाने लगे तो गांव के ग्रामीणों ने उनका रास्ता रोका और शव दफनाने को लेकर विरोध जताया, और ग्रामीणों का कहना था कि मूलधर्म में वापस आने के बाद ही जात-पात व शुद्धिकरण की प्रक्रिया होने पर शव का अंतिम संस्कार करने दिया जाएगा। जिसके बाद ईसाई मिशनरी सदस्यों के द्वारा विवाद कर ग्रामीणों के साथ मारपीट किये जाने की बात बताई, इस मारपीट में गांव के सिरहा के साथ ही डुंगरू पिता गागरू, मासो पिता लक्षमन, उमेश पिता हड़मो, खईएम पिता पंडरू एवं राजू पिता बोडा घायल हुए हैं। भाजपा के 6 सदस्यीय जांच समिति को ग्रामीणों ने पूरी बात बताई है। जांच समिति के सदस्य जांच कर अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंपेंगे।
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