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ग्वालियर। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ हिमालय की ओर बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से ग्वालियर-चंबल संभाग में मध्यम से घने बादल छा गए हैं। अगले 24 घंटे के दौरान संभाग में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। इस दौरान यदि तेज बारिश या ओलावृष्टि हुई तो फसलों को नुकसान की संभावना है।
ग्वालियर-चंबल संभाग में बीते 14 मार्च से मौसम में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। इस दौरान कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि हुई जबकि बुधवार 29 मार्च को मौसम शुष्क रहने से अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था जो वर्तमान मौसम में अब तक का सर्वाधिक तापमान है। गुरुवार को मौसम बदला हुआ नजर आया और दिन भर मध्यम से घने बादल छाए रहे। जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर में एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे मध्य पाकिस्तान में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। मध्यप्रदेश के मध्य भागों से द्रोणिका (ट्रफ) लाइन गुजर रही है। इन तीनों मौसम प्रणालियों का प्रभाव अगले 24 घंटे तक रहेगा। इस दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है। अगले 24 घंटे बाद मौसम शुष्क हो जाएगा।
मौसम वैज्ञानिक उपाध्याय के अनुसार इसके बाद दो अप्रैल को एक और नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। इसका असर चार अप्रैल को नजर आएगा। इस दौरान भी संभाग में बारिश हो सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा गुरुवार को अधिकतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.5 डिग्री सेल्सियस कम है। जबकि न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 19.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
MadhyaBharat
30 March 2023
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