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उज्जैन। केन्द्रीय जेल, भैरवगढ़ में 15 करोड़ रुपये के गबन को अंजाम देने वाली पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज को कोर्ट के आदेश पर इंदौर की सेन्ट्रल से जिला जेल शिफ्ट किया गया। वह स्वास्थ्य कारणों के चलते पलंग की डिमांड कर रही थीं।
क इंदौर की जेल अधीक्ष अलका सोनकर ने रविवार को बताया कि गबन कांड में गिरफ्तारी के बाद उषा राज ने इंदौर सेन्ट्रल जेल भेजने की मांग कोर्ट के समक्ष की थी। उसी के चलते उषा राज को यहां रखा गया था। सेन्ट्रल जेल में दो महिला बैरक हैं, जिनमें क्षमता से अधिक महिला बंदी पहले से हैं। उषा राज ने कोर्ट के समक्ष स्वास्थ्य कारण बताते हुए जमीन पर बैठने और लेटने मेें परेशानी की बात कही थी। कोर्ट के निर्देश पर ही उषा राज को सेन्ट्रल से जिला जेल में शिफ्ट किया गया है, जहां महिला बैरक में सीमेंटेड चबूतरा भी बना है। उषा राज को अब पलंग की तरह जिला जेल में सीमेंटेड चबुतरे की सुविधा मिल सकेगी।
गबन कांड की जांच पर पुलिस की चुप्पी
इधर जेल गबन कांड की जांच कर रही एसआईटी ने मामले में पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज, उनकी बेटी, प्रहरियों सहित अन्य 10 आरोपितों की गिरफ्तारी और रिमाण्ड पर लेने और पूछताछ के बाद चार करोड़ की रिकवरी की थी, उसके बाद आगे की कार्रवाई पर पुलिस ने चुप्पी साध ली है।
इस संबंध में सीएसपी अनिल मौर्य का कहना है कि जांच जारी है। मामला गंभीर होने के कारण अलग-अलग स्तर पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। साथ ही फरार आरोपितों को भी पुलिस तलाश रही है।
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