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कांकेर। भारत नेट योजना के तहत केबल लाइन बिछाने का काम कांकेर जिले में भी चल रहा है। पुलिस ने भारत नेट योजना के नाम पर ठगी का आरोपित देवनारायण सिन्हा को गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, देवनारायण सिन्हा के खिलाफ पहले भी टिकरापारा रायपुर में ठगी का मामला दर्ज था। कोतवाली में ठगी के मामले में जब आरोपित की पतासाजी कि गई तो वह जेल में बंद था। जिसे न्यायालय से प्रोटेक्सन वारंट लेकर उसे कोतवाली के मामले में गिरफ्तारी कि कार्यवाही कर शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया है।
टीआई शरद दुबे ने इस ठगी के मामले में बताया कि, कांकेर के अलबेलपारा वार्ड निवासी प्रहलाद नायक ने थाने में मामला दर्ज कराया था, कि वह वन विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी है। केबल लाइन खुदाई के नाम पर ठेका लेने के लिए प्रहलाद अपने दामाद के साथ रायपुर कार्यालय पहुंचे, जहां प्रहलाद की मुलाकात सीडीपीएल कंपनी के डायरेक्टर देवनारायण सिन्हा से हुई। बातचीत के बाद कंपनी के डायरेक्टर ने बताया कि, भारत नेट के अंतर्गत केबल लाइन खुदाई और बिछाई का काम नारायणपुर में चल रहा है। ये काम आपको दिया जाएगा, वर्क आर्डर पाने के लिए सबसे पहले आपको एक कंपनी खोलना होगा। 15 लाख सिक्योरिटी डिपॉजिट सीडीपीएल कंपनी में जमा करना होगा। डायरेक्टर ने कहा कि, एक माह के भीतर केबल बिछाने का वर्क ऑर्डर मिल जाएगा, जिसका आदेश निकलवाकर कम्पनी से केबल भेज दूंगा, फिर आप काम शुरू कर देना।
डायरेक्टर देवनारायण सिन्हा ने नायक इंटरप्राईजेस नारायणपुर के नाम से कंपनी बनाई है। इस कंपनी में 27 नवम्बर 2020 को अपने बैंक खाता से लगभग 10 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से जमा करा दिया। उसी दिन 100 रुपये के स्टाम्प पर सीडीपीएल कंपनी और नायक इंटरप्राईजेस कंपनी के नाम पर लिस्ट तैयारी की गई, जिसकी मूल कॉपी दे दी गई थी। इसके बाद 16 जनवरी को फिर से 5 लाख का सीडीपीएल कंपनी में जमा कर कंपनी के डायरेक्टर को सूचना दे दी। जिसके बाद डायरेक्टर ने कहा कि, एक महीने के अंदर लाइन बिछाने का आर्डर मिल जाएगा, जिसका आदेश कंपनी के तरफ से भेज दूंगा। पैसा जमा करने के 2 महीने बाद भी वर्क आर्डर नहीं मिला, तो कंपनी के डायरेक्टर से जाकर मिला और कार्य को शुरु करने के लिए बातचीत की, डायरेक्टर के द्वारा हर बार झांसा दिया गया, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। जिससे परेशान होकर मैंने कहा कि, पैसे वापस कर दो, क्योंकि सिर्फ बिछाने का काम नहीं करना है। हालांकि ठग डायरेक्टर ने 4 से 5 दिन बाद लिए गए पैसे को वापस करने की बात कही, इसके बावजूद कैंसल का आवेदन करने के बाद भी ना तो उसके खाते में पैसा आया और ना ही वर्क आर्डर मिला। डायरेक्टर के मोबाईल पर फोन कर रहे हैं। लेकिन वह बंद हो गया है।
MadhyaBharat
22 April 2023
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