Since: 23-09-2009
धमतरी। आषाढ़ माह शुरू होने के बाद भी मौसम में बदलाव नहीं हुआ है। तेज गर्मी और भारी उमस बना हुआ है। लोग गर्मी से बेहाल है। इस बीच ग्राम भेंडरा में पेयजल संकट से ग्रामीण हलाकान है। तीन से चार वार्डाें के लिए एक ही टेपनल की व्यवस्था है, इससे ग्रामीण पेयजल के लिए भटक रहे हैं। ग्रामीणों ने पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है।
गर्मी शुरू होते ही इस साल भूजल स्तर तेजी से गिरा है। रबी सीजन में खेती किसानी शुरू होने के बाद कई किसानों के सिंचाई बोर पंप बंद हो गए। गांवों में नलजल योजना के तहत लगी बोर पंपों में पानी की धार पतली हो गई, जो अभी भी जारी है। नौतपा व पंचक के खत्म होने के बाद भी गर्मी से लोगों को राहत नहीं मिली है। भीषण गर्मी और उमस बना हुआ है। गर्मी के साथ भखारा तहसील अंतर्गत ग्राम भेंडरा में पेयजल संकट गहरा गई है। ग्रामीण पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं, इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीण तुलसी बाई, सुखबाई बाई, केकती बाई, मीना, सुखवंती, अनूसुइया बाई, कामिन, रेखा, बासन, पांचो, उत्तरा, प्रेमीन, योग, तारा, तोरण आदि ने बताया कि तीन से चार वार्डाें के ग्रामीणों के लिए सिर्फ एक ही नल कनेक्शन है, जो पर्याप्त नहीं है। यहां पानी के लिए महिलाओं की भीड़ लगती है। पानी को लेकर ग्रामीणों में तू-तू, मैं-मैं की स्थिति बनती है। कई बार कहा सुनी शुरू हो जाती है। नल में पानी की रफ्तार भी कम है, ऐसे में ग्रामीण पेयजल के लिए भटक रही है।
पंच तलेश यादव ने बताया कि लोग गर्मी से पहले ही हलाकान है, इस बीच गांव में पेयजल संकट से दूसरी मुसीबत खड़ी हो गई है। प्यास बुझाने ग्रामीणों को काफी मशक्कत करना पड़ रहा है। ग्रामीणों की मांग है कि पंचायत स्तर से इन वार्डाें में पेयजल के लिए व्यवस्था दुरूस्त करने की मांग की है। क्योंकि गर्मी शुरू होने के साथ हर साल इस गांव में पेयजल संकट की स्थिति निर्मित होती है, इससे ग्रामीण परेशान रहते हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने शासन से मांग की है कि गांव में पेयजल संकट दूर करने के लिए अतिरिक्त बोर खनन कर बोर पंपों की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके।
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