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उज्जैन। सावन माह के पहले दिन से ही महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 11 सितंबर तक के लिए सभी दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस बार वीआईपी को भी नंदी हॉल से ही दर्शन की अनुमति है। गुरुवार को मंदिर प्रबंध समिति ने इस व्यवथा में संशोधन किया है। अब सिर्फ विशिष्ट साधु संतों को मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह कलेक्टर की विशेष अनुमति से प्रवेश दिया जाएगा।
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने पहली बार सख्त निर्णय लिया है कि सावन माह में किसी भी दर्शनार्थी को गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 4 जुलाई से यह निर्णय लागू भी कर दिया गया है। लेकिन दो दिन में ही मंदिर प्रबंध समिति को इस निर्णय से एक कदम पीछे हटना पड़ा है। बड़े साधु संतों को ही प्रवेश देने के लिए यह व्यवस्था तय की गई है। गुरुवार को उत्तम स्वामी और उनके साथ कावड़ यात्रा में आए महामंडलेश्वर को गर्भगृह में प्रवेश देने के साथ इसकी शुरुआत की गई है।
प्रधानमंत्री को लिखा है पत्र
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के पूर्व सदस्य और अभा पुजारी महासंघ के अध्यक्ष पंडित महेश पुजारी ने कहा कि अतिविशिष्ट साधु संतों को गर्भगृह में प्रवेश देने पर कोई आपत्ति नहीं, यह मंदिर समिति का निर्णय है लेकिन देश के प्रमुख मंदिरों के पुजारियों को भी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति पर विचार होना चाहिए। इसको लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।
महाकाल मंदिर परिसर में स्थित 3 महादेव मंदिर के दर्शनार्थी परेशान
सावन माह में उज्जैन में चौरासी महादेव मंदिर के दर्शन का महत्व है। इस कारण कई दर्शनार्थी इन मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंच रहे, लेकिन महाकाल मंदिर परिसर में स्थित चौरासी महादेव मंदिरों के दर्शन में दिक्कतें आ रही हैं। महाकाल परिसर में चौरासी महादेव में से 3 महादेव के मंदिर हैं। जोकि 5वें क्रम के अनादिकल्पेश्वर, 7वें त्रिविष्टिपेश्वर, 72 वें चन्द्रादित्येश्वर महादेव मंदिर हैं। महादेव मंदिर के दर्शनार्थियों को प्रवेश के लिए अलग से कोई व्यवस्था तय नहीं है। चार और पांच नंबर गेट से ही प्रवेश दिया जा रहा। इस कारण दर्शनार्थियों को दिक्कतें आ रही हैं। इस कारण 11 जुलाई से उज्जैनवासियों के लिए शुरू होने वाले गेट से प्रवेश देने पर विचार चल रहा है।
वीआईपी को भी गर्भगृह में प्रवेश नहीं
महाकाल मंदिर में सावन माह में देश भर से हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। इस कारण वीआईपी दर्शनार्थी भी नंदी हॉल से ही निर्धारित स्थान से दर्शन कर पा रहे हैं। महाराष्ट्र के पाली से विधायक पंकजा मुंडे ने भी बुधवार को नंदी हॉल से दर्शन किए। अन्य वीआईपी को भी नंदी हॉल तक ही प्रवेश दिया जा रहा है।
इनका कहना है
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने चर्चा करने पर कहा कि महाकाल मंदिर के गर्भगृह में अतिविशिष्ट साधु संतों के प्रवेश देने का प्रस्ताव प्रबंध समिति की बैठक में था। इस कारण केवल अतिविशिष्ट संतों या महामंडलेश्वर को विशेष अनुमति से प्रवेश दिया जाएगा।
MadhyaBharat
6 July 2023
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