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जगदलपुर। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी फेडरेशन ने जिला प्रशासन को अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंप दिया है। मेडिकल कॉलेज के अनुबंधित डॉक्टर्स और नियमित नर्सेस ने साफ कर दिया है कि प्रशासन के पास 20 अगस्त तक का समय है। यदि इस समय तक उनकी मांगें पूरी नहीं होने पर 21 अगस्त से उनका अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू होगा, हालांकि बस्तर में यह आंदोलन 22 अगस्त से शुरू होगा।
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी फेडरेशन का कहना है कि अनुबंधित डॉक्टर्स ने वेतन वृद्धि के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन किया था। मुख्यमंत्री ने उस समय आश्वासन भी दिया था, कि मांगों पर एक त्वरित निर्णय लिया जाएगा। लेकिन 06 माह के बाद भी वेतन वृद्धि के विषय में कोई निर्णय नहीं लिया गया। अनुबंधित डॉक्टर्स की वेतन अंतिम बार 2017 में वृद्धि हुई थी। लेकिन 06 वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकारी तंत्र के इस अनदेखी ने हमें बहुत हतोत्साहित किया है। इसलिए अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर 10 से 13 अगस्त तक ब्लैक रिबन के साथ ओपीडी संचालन कर अपनी मांगों को फिर से शासन-प्रशासन तक लेकर गए। लेकिन इसके बाद भी यदि 20 अगस्त तक शासन हमारी लंबित मांगों पर कोई निर्णय नहीं लेता है तो 22 अगस्त से छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी फेडरेशन के साथ अनिश्चित कालीन अवकाश पर जाने के लिए बाध्य होंगे।
अनुबंधित डॉ. पुष्पराज ने बताया कि उनकी तैयारी चल रही है, छग स्वास्थ्य कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले यह आंदोलन होंगे। जिसमें न केवल अनुबंधित डॉक्टर्स बल्कि विशेषज्ञ और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी भी शामिल होंगे। वहीं अन्य संगठन 21 से ही आंदोलन में चले जाएंगे, लेकिन बस्तर में यह आंदोलन 22 अगस्त से शुरू होगा।
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